भारत को नसीहत से पहले अपना घर संभाले पाकिस्तान, क्यों नहीं दे रहा इन मुद्दों पर ध्यान ?

Monday, Aug 05, 2019 - 03:25 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क (तनुजा तनु) भारत में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के ऐतिहासिक फैसले के बाद पाकिस्तान तिलमिला उठा है। इस मुद्दे पर पाक के भारत विरोधी बयानों ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत को सबक सिखाने की बात करने वाला पाकिस्तान फिलहाल अपने ही देश में पोषित आतंकवाद, आर्थिक मंदहाली व बलूचिस्तान जैसे संवेदनशील मामलों को सुलझाने में नाकाम साबित हुआ है। आर्टिकल 370 हटाने के बाद पाक द्वारा भारत को नसीहत देने वाला पाकिस्तान अपनी सरजमी पर पल रहे आतंकवाद, देश की आर्थिक बदहाली और बलूचिस्तान जैसे मामलों की तरफ ध्यान क्यों नहीं दे रहा है? 

भारत ने हमेशा रखा इस बात का ख्याल
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों द्वारा इस मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई जा रही है कि बारूद के ढेर पर बैठा पाक भारत पर उंगली उठाने से पहले अपने घरेलू मुद्दों पर ध्यान दे। खास बात यह है कि भारत ने हमेशा कश्मीर को अपना आंतरिक मसला माना और किसी भी दूसरे मुल्क चाहे वो दोस्त अमेरिका हो या फिर दुश्मन चीन, को इसमें हस्तक्षेप की इजाजत नहीं दी। भारत ने भी हमेशा इस बात का ख्याल रखा कि वह अन्य देशों के आंतरिक मामलों में दखल न दे। यही कारण है कि भारत ने कभी इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर बलूचिस्तान का मामला नहीं उठाया, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान कश्‍मीर के मामले को लगातार भड़काता रहा।

पहले  खुद अपना घर संभाले पाकिस्तान
एक तरफ जहां भाजपा व पूरे विश्व के लोगों का मानना है कि पीएम मोदी का यह कदम भारत को विश्व पटल पर एक खास मुकाम पर खड़ा कर देगा, वहीं कांग्रेस इस पर पाक की तरह ही बेतुकी बयानबाजी कर रही है। जम्मू और कश्‍मीर को लेकर इसे पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब माना जा रहा है। अब बात करते हैं बलूचिस्तान में आंदोलन की जहां बलात्कार और हत्या के हजारों मामले सामने आए हैं। पाक सेना वहां के नागरिकों के साथ क्रूरता बरतती है और सरकार खामोश रहती है। पाकिस्तान को खुद अपना जलता घर नहीं दिख रहा है।
 

पाकिस्तान क्यों ‘बी’ शब्‍द से करता है नफरत? 
कश्मीर मुद्दे को बार-बार हवा देने वाले पाक को पीएम मोदी ने एक अभूतपूर्व बात कही थी। उन्‍होंने ‘बी’ शब्‍द का इस्‍तेमाल किया था जिससे पाकिस्तान को सख्त नफरत है। ‘बलूचिस्तान’ पाकिस्तान के लिए शुरू से नासूर रहा है। तब पीएम मोदी ने लालकिले के प्राचीर से इस मुद्दे को सबके सामने लाकर पाकिस्तान की दुखती रग को छेड़ दिया था। पाकिस्तान की आर्थिक मंदहाली और आतंवदी नीतियों से तो सारी दुनिया वाकिफ है । 

 

 जानिए बलूचिस्तान से जुड़ी ये महत्वपूर्ण बातें 

  • पाकिस्तान का 44 फीसदी हिस्सा बलूचिस्तान  है।
  • यदि पाकिस्तान में से बलूचिस्तान अलग किया जाए तो पाक का क्षेत्रफल लगभग आधा हो जाएगा। 
  • बलूचिस्तान पाकिस्तान के 4 प्रांतों में से एक है।
  •  
  • यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य है जो लगभग 44% हिस्से को कवर करता है।
  • इस इलाके की आबादी तकरीबन 1.3 करोड़ है, जो पाक की आबादी का 7% है।
  • यहां रहने वाले लोगों को बलूच कहा जाता है। बलूचिस्तान को ‘ब्लैक पर्ल’ या ‘काला मोती’ भी कहा जाता है।
  •  
  • तेल, गैस, तांबे और सोने जैसी प्राकृतिक संपदाओं की यहां भरमार है। प्रकृतिक रूप से सम्पन्न होने के बावजूद यह हिस्सा सबसे ज्यादा पिछड़ा है।
  • बलूच लोग सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से पाकिस्तान के बाकी हिस्से से काफी अलग हैं, ऐेसे में वे खुद को पंजाबियों के हाथ में शोषित महसूस करते हैं।
  • बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान का टेररिस्ट ग्रुप है। यह खास तौर पर बलूच अलगाववादी समूह के रूप में जाना जाता है।
  • इस ग्रुप ने पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसी और नागरिकों पर कई हमले कराए हैं।

Tanuja

Advertising