सैक्स चैट के जरिए सैन्य अधिकारी को फंसाना चाहती थी ISI

Monday, May 27, 2019 - 10:24 AM (IST)

भोपाल: पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी (आईएसआई) भारतीय सैन्य अधिकारियों को अपने जाल में फंसाने के लिए रोज नए तरीके अपनाती है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है जिसमें आई.एस.आई. ने पूर्वोत्तर में तैनात एक सैन्य अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की। सैन्य अधिकारी तो उनके जाल में नहीं फंसा लेकिन उनका नायक क्लर्क सैक्स चैट के जरिए आई.एस.आई. का शिकार हो गया। एम.पी. ए.टी.एस. और एक केंद्रीय खुफिया एजैंसी ने पिछले सप्ताह संयुक्त कार्रवाई करते हुए नायक क्लर्क अविनाश कुमार को अरैस्ट कर लिया।  सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। अविनाश ने बताया कि वर्ष 2018 में उसे आर्मी मुख्यालय से फॉरवर्ड किया गया, उनका फोन आया था। इस कॉल के बाद सोशल मीडिया के जरिए वह आई.एस.आई. के हनी ट्रैप में फंस गया।

अविनाश के खाते में डाले थे 50 हजार
महिला ने अपना नाम प्रीषा अग्रवाल बताया था। उसने पहले भी अन्य सैन्य अधिकारियों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश की थी। जांच में पता चला है कि अविनाश के खाते में 50 हजार रुपए भी डाले गए थे। 

पहले मिलिट्री एक्सचेंज के जरिएकिया था संपर्क
अविनाश ने बताया कि फोन करने वाली महिला थी जिसने खुद को आर्मी वाइव्ज वैल्फेयर एसोसिएशन का सदस्य बताया। वह सैन्य अधिकारी से बात करना चाहती थी लेकिन वह मौजूद नहीं थे। अविनाश ने फोन उठा लिया और वह आई.एस.आई. एजैंट के लपेटे में आ गया। अविनाश से पूछताछ में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि यह फोन मिलिट्री एक्सचेंज से आया था, इसलिए उसे संदेह नहीं हुआ। अधिकारी ने कहा कि बातचीत के दौरान एजैंट ने अविनाश से कहा कि उसकी आवाज साफ  नहीं आ रही है, इसलिए अपना पर्सनल नंबर दें। इस पर क्लर्क ने संदेह किए बिना उसे अपना नंबर दे दिया। इस तरह से वह महिला के जाल में फंस गया। इसके बाद दोनों की बातचीत जल्द ही सैक्स चैट में बदल गई। वहीं सेना की महत्वपूर्ण जानकारी मांगी जाने लगी। उन्होंने बताया कि आर्मी के टैलीफोन एक्सचेंज के एक भारतीय नंबर से फोन किया गया था। 

Anil dev

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