पाक ने चिढ़ाया तो भारत ने दिया करारा जवाब

Saturday, Aug 27, 2016 - 08:40 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान द्वारा 22 सांसदों को विशेष दूत बनाकर दुनियाभर में जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की कथित ज्यादतियों के प्रचार के लिए भेजने के फैसले पर शनिवार को पलटवार करते हुए कहा कि गलत बात 22 हजार बार भी बोलने पर सच नहीं हो जाती।
 
गलत बात 22 हजार बार बोलें तो भी सच नहीं बदलता
विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने यहां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, Þगलत बात को यदि 22 लोग 22 बार या 22 हजार बार दोहरायें तो भी वह बात सच नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि जहां तक कश्मीर मसले का सवाल है, पाकिस्तान को इसका अंतर्राष्ट्रीयकरण नहीं करना चाहिए, यह एक द्विपक्षीय मसला है। उन्होंने कहा कि हालांकि यदि पाकिस्तान अपने सांसदों को मुफ्त सैर सपाटे पर भेजना चाहता है तो यह उसका निजी अधिकार है।

भारत को चिढ़ाने के लिए किया 22 दूतों का गठन
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शरीफ ने भारत पर जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों के दमन का आरोप लगाते हुए विश्व के विभिन्न देशों को घाटी की स्थिति के बारे में जानकारी देने के लिए 22 सांसदों को अपने विशेष दूत के रूप में दुनिया भर में भेजने का फैसला किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें अधिवेशन में भी जम्मू कश्मीर के मुद्दे को जोर शोर से उठाने का ऐलान किया है।
 
कश्मीर मुद्दे को लेकर चल रही है रस्साकशी
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र को कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के उसके लंबित वादे को भी याद दिलाएगा।  जम्मू कश्मीर को लेकर भारत एवं पाकिस्तान के बीच रस्साकशी अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच चुकी है। भारत ने हाल ही में विदेश सचिव स्तर पर पाकिस्तान से दो बार औपचारिक रूप से कहा है कि वह उसके अवैध कब्जे वाले कश्मीर से जल्द से जल्द हट जाये। भारत उसके साथ इसी मुद्दे पर बात करना चाहता है।
Advertising