पाकिस्तान ने इस वर्ष 203 बार किया संघर्ष विराम का उल्लंघन

Saturday, Oct 10, 2015 - 07:26 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर इस वर्ष 18 सितंबर तक पाकिस्तान ने 203 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसमें 14 लोग और 13 पशु मारे गए जबकि 50 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इस बीच, जम्मू-कश्मीर सरकार ने फरवरी में केन्द्रीय गृह मंत्रालय को अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर विभिन्न जगह बंकर तैनात करने का प्रस्ताव भेजा था। 
 
रमेश अरोवा विक्रमादित्य सिंह और डा. शहनाज गैनी के मुखअयमंत्री से पूछे गए एक संयुक्त सवाल के लिखित जवाब में इसकी जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर इस वर्ष 18 सितंबर तक 203 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। जवाब में कहा गया है कि सीमा पार से गोलीबारी में 14 लोग मारे गए और अन्य 37 घायल हो गए। गोलीबारी में 13 पशु भी मारे गए और 39 घायल हो गए जबकि 50 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। 
 
वर्ष 2014 में पाकिस्तान ने 190 बार जबकि 2013 में 229 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया। जवाब में कहा गया है कि 2013 में गोलीबारी में किसी की मौत नहीं हुई लेकिन 19 लोग घायल हुए जबकि गत वर्ष 14 लोग मारे गए और इतने ही लोग घायल हुए थे। वर्ष 2013 में सीमा पार से हुई गोलीबारी में तीन मकान क्षतिग्रस्त हुए और एक पशु मारा गया जबकि गत वर्ष 56 जानवरों की जान गई और 141 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। 
 
सईद ने कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन में मारे गए लोगों को एक लाख, स्थाई विकलांगता की स्थिति में 75 हजार, घायलों को पांच हजार की अनुग्रह राशि तथा अचल संपत्ति के क्षतिग्रस्त होने की दशा में नुकसान के आकलन के 50 प्रतिशत का मुआवजा दिया जाता है। जवाब में कहा गया है कि जम्मू में 25 लाख 30 हजार 752, सांबा में 13 लाख आठ हजार 942, कठुआ में एक लाख 20 हजार, राजौरी में 25 हजार, जम्मू के पुंछ क्षेत्र में 16 लाख 95 हजार और उत्तरी कश्मीर के बारामूला में एक लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी गई।
 
हालांकि सीमा पार से गोलीबारी के कारण खेतीबाड़ी को नुकसान की बात स्वीकारी गई है लेकिन इसके लिए कोई मुआवजा नहीं दिया गया और न ही नुकसान का आकलन किया गया। 
 
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