करतारपुर साहिब जाने के लिए भारतीयों का शुल्क खत्म करने से इंकार कर रहा पाकिस्तान
Saturday, Jul 30, 2022 - 03:47 PM (IST)
इस्लामाबादः पाकिस्तान करतारपुर साहिब जाने के लिए भारतीयों से लिए जाने वाले 20 अमेरिकी डॉलर के सेवा शुल्क को खत्म करने से इंकार कर रहा है ।दरअसल, पाकिस्तान सरकार पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतापुर साहिब की एक दिवसीय तीर्थयात्रा पर जाने वाले प्रत्येक भक्त पर लगाए जाने वाले 20 अमेरिकी डॉलर के सेवा शुल्क को समाप्त करने के भारत के अनुरोध के प्रति लगातार अवहेलना कर रही है। 9 नवंबर 2019 को करतापुर कॉरिडोर के खुलने के बाद से पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) से गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतापुर साहिब में 1,10,670 से अधिक भक्तों ने माथा टेका जिससे पाकिस्तान सरकार ने लगभग 2213400 अमेरिकी डॉलर का संग्रह किया है जो लगभग 17.56 करोड़ रुपए है।
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि करतापुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद से अब तक 1,10,670 से अधिक भारतीय और भारतीय प्रवासी नागरिक (ओसीआई) कार्डधारक गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए इसका इस्तेमाल कर चुके हैं। करतारपुर साहिब वाया करतारपुर कॉरिडोर जो सप्ताह के सभी सातों दिन क्रियाशील रहता है, की यात्रा को पासपोर्ट-मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों के बारे में लोकसभा में शिअद (बी) सदस्य संसद हरसिमरत कौर बादल द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में, मंत्री ने उत्तर दिया कि दोनों देशों ने 24 अक्टूबर 2019 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके तहत भारतीय नागरिक, ओसीआई कार्डधारक, पूरे वर्ष में दैनिक आधार पर सीमा पार वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।
मंत्री ने बताया कि हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षरित द्विपक्षीय समझौते में कहा गया है कि तीर्थयात्री वैध पासपोर्ट पर यात्रा करेंगे। हरसिमरत कौर ने यह सवाल भी उठाया कि क्या सरकार को इस बात की जानकारी थी कि पाकिस्तान का दौरा करना यूएसए आदि देशों को वीजा की अयोग्यता माना जाता है। मदन लाल ने कहा कि खुले दर्शन (फ्री एक्सेस) के अलावा करतापुर कॉरिडोर का एक उद्देश्य पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने के लिए बिना किसी शुल्क आदि के कम सुविधा प्रदान करना था, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था, मदन लाल ने कहा।
बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवंबर, 2019 को आईसीपी डेरा बाबा नानक का उद्घाटन किया था और तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को नवनिर्मित करतापुर कॉरिडोर के माध्यम से गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने के लिए हरी झंडी दिखाई थी, जबकि सीमा के दूसरी तरफ पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधान मंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर के पाकिस्तान पक्ष का उद्घाटन किया था।