सीजफायर उल्लंघन कर भारतीय क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ बढ़ा रहा पाक-विदेश मंत्रालय
Thursday, Jun 07, 2018 - 06:24 PM (IST)
नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन मामले पर गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान ने 2018 में अब तक 1 हजार से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “सीमा पार से सीजफायर उल्लंघन करके पाकिस्तान भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ बढ़ा रहा है।”
In 2018, there have been more than 1000 unprovoked ceasefire violations by Pakistan, it is used as a cover to infiltrate terrorists into our territory: Raveesh Kumar, MEA pic.twitter.com/1M3CRKYOGY
— ANI (@ANI) June 7, 2018
केंद्र सरकार ने 16 मई को रमजान के दौरान कार्रवाई रोकने का निर्णय लिया था। लेकिन पाकिस्तान की ओर से सीमा पर आंतकवाद फैलाने और सीजफायर उल्लंघन करने में कोई विराम नहीं दिखा। ऐसे में केंद्र सरकार ने साफ संकेत दिए हैं कि अगर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन जारी रहा तो कड़ा जवाब दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) और LOC पर पाकिस्तान की गोलाबारी में मरने वालों की संख्या 46 तक पहुंच गई है। इनमें 20 सुरक्षाबलों के जवान शामिल हैं। पिछले महीने 15 से 23 मई तक कठुआ, सांबा और जम्मू जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के 2 जवान, एक बच्चे समेत 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
अगवा भारतीय इंजीनियरों को छुड़ाने में बातचीत कर रही है सरकार
विदेश मंत्रालय की ओर से “ बगलान प्रांत से अगवा हुए 7 भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए भारत-अफगानिस्तान सरकार से बातचीत कर रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले हफ्ते अगवा भारतीयों के परिवारों से मुलाकात करेंगी। बता दें कि तालिबान द्वारा अगवा भारतीय इंजीनियरों को रिहा करवाने में भारत सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। स्वयं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मामले पर नजर रख रही हैं।
We are in touch with Afghan authorities. EAM Sushma Swaraj will meet the families of Indians abducted in Afghanistan next week, we are working out time and date for the meeting: Raveesh Kumar, MEA pic.twitter.com/04aI5IdpIM
— ANI (@ANI) June 7, 2018
वहीं रवीश कुमार ने बताया कि 9 जून को चीन में होने वाली शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। जहां पीएम की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता होगी।