पाकिस्तान पर ब्लैकलिस्ट होने का खौफ, FATF बैठक के लिए पेरिस पहुंचा PAK प्रतिनिधिमंडल

Monday, Oct 14, 2019 - 12:05 PM (IST)

इस्लामाबाद/पेरिसः आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच व आर्थिक मंदहाली व कश्मीर जैसे गंभीर मुद्दों पर अपने ही घर में बुरी तरह घिरे पाकिस्तान पर मुसीबतों का नया पहाड़ टूटने वाला है। वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) के दो दिवसीय सत्र आज से शुरू हो रहा है, ऐसे में पाकिस्तान के लिए अगले कुछ दिन काफी तनाव भरे होने वाले हैं।

 

टेरर फंडिंग के खिलाफ कार्रवाई का  होगा मूल्यांकन
पाकिस्तान द्वारा टेरर फंडिंग और मनी-लॉन्ड्रिंग के अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का मूल्यांकन होगा। अगर उसके कदम इसे रोकने में प्रभावी नहीं लगे तो वो ब्लैकलिस्ट हो सकता है। आर्थिक मामलों के मंत्री हम्माद अजहर की अध्यक्षता में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल एफएटीएफ के दो दिवसीय सत्र में भाग लेने के लिए पेरिस पहुंच गया है। बता दें कि एफएटीएफ ने उसे जून 2018 में ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। इसके बाद उसे एक साल में 27 बिंदुओं पर कार्रवाई की योजना में अमल लाने का निर्देश दिया गया था।

 

तीन संभावनाओं पर होगा पाक के भाग्य का फैसला 
सूत्रों के अनुसार, FATF की बैठक में अप्रैल 2019 तक पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर एक रिपोर्ट पर चर्चा होगी। FATF की समीक्षा ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखा था और ग्रे सूची से बाहर आने के लिए अनुपालन के लिए सितंबर 2019 तक 27 कार्य योजनाएं दी थीं। पेरिस में FATF की बैठक की यह आगामी समीक्षा अब तीन संभावनाओं के साथ देश के भाग्य का फैसला करेगी। पहली संभावना यह है कि अगर पाकिस्तान कार्रवाई प्रभावी लगती है तो इसे ग्रे से निकालकर ग्रीन लिस्ट में डाल दिया जाएगा।

 

दूसरी संभावना यह है कि उसकी कार्रवाई प्रभावी न लगे और उसे ग्रे लिस्ट में ही रखा जाए और 12 महीने का और समय मिले। तीसरी संभावना यह है कि उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाए। यह सबसे खराब स्थिति होगी। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान का दावा है कि उसने अधिकांश मानकों को पूरा किया है। वित्त और राजस्व पर प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार अब्दुल हफीज शेख के अनुसार पाकिस्तान ने 20 मानकों को पूरा किया है।

 

पाकिस्तान का दावा झूठा
हालांकि, पाकिस्तान का यह दावा कितना सच है इसका अंदाजा FATF की इकाई एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) के कार्रवाई से अंदाजा लगाया जा सकता है। APG ने 23 अगस्त को कहा था कि पाकिस्तान टेरर फंडिंग रोकने में विफल रहा है। पाकिस्तान इस दौरान 40 में से 32 मानकों को पूरा नहीं कर सका था। इस दौरान APG  ने उसे न्हांस्ड फॉलोअप सूची में डाल दिया था।

Tanuja

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