करतारपुर कॉरिडोर VS खालिस्तानः गोपाल सिंह चावला ने भारत के खिलाफ उगला जहर

Thursday, Nov 29, 2018 - 03:52 PM (IST)

इस्लामाबादः  पाकिस्तान एक तरफ भारत के साथ रिश्ते सुधारने के लिए आरोप- प्रत्यारोप बंद करने का आहवान कर रहा  है और दूसरी तरफ भारत के खिलाफ साजिशें रचने से बाज नहीं आ रहा है। करतारपुर कॉरिडोर के  28 नवंबर  को रखे नींव पत्थर कार्यक्रम के दौरान खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला की आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ तस्वीरों के अलावा चावला का भारत के खिलाफ जहर उगलने का वीडियो वायरल होने के बाद खालिस्तान  मामले में पाक की सक्रिय भूमिका को लेकर फिर बवाल मच गया है।  भाजपा के प्रवक्ता तेजिंद्रपाल सिंह बग्गा ने टवी्टर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें गोपाल सिंह चावला भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है।माना जा रहा है कि करतारपुर कॉरिडोर बनाने के नाम पर पाकिस्तान  ननकाना साहिब अाने वालों सिखों को खालिस्तान बनाने के लिए उकसा रहा है।

दरअसल गोपाल सिंह चावला पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक केमेटी का महासचिव है और उसे 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। बीते 21 और 22 नवंबर को भारतीय उच्चायोग के राजनयिक अधिकारियों के साथ गुरुद्वारा ननकाना साहब और गुरुद्वारा सच्चा सौदा में बदसलूकी में भी चावला का नाम सामने आया था।गौरतलब है कि दिल्ली में जांच एजेंसियों की एक बैठक में पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तान समर्थक आतंकी गोपाल सिंह चावला को लेकर कई सूचनाएं साझा की गई थीं। सूत्रों के अनुसार गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद के साथ मिलकर पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है।कौन है गोपाल सिंह चावला
पाकिस्तान का ये सिख गोपाल सिंह चावला भारत का कट्टर  विरोधी और खालिस्तान समर्थक है। पाकिस्तान के कई सिख संगठनों में वो अहम  स्थान रखता है। गोपाल 
हाफिज सईद का करीबी है। करतारपुर साहिब कॉरीडोर के जिस प्रोग्राम में पाकिस्तान ने पंजाब के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित किया था, उसमें खालिस्तान समर्थक सिख नेता गोपाल सिंह चावला को भी बुलाया गया था।  उसने उस प्रोग्राम में न केवल सिद्धू के साथ तस्वीर खिंचवाई बल्कि पाकिस्तान सेना के प्रमुख बाजवा के साथ हाथ भी मिलाया।  गोपाल सिंह चावला पाकिस्तान के ननकाना साहिब में रहता है। वह पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का महासचिव और पंजाबी सिख संगत का चेयरमैन है। उसे पाकिस्तान के सिखों से जुड़े सभी कार्यक्रमों में बुलाया जाता है। 

उसके फेसबुक पेज पर पाकिस्तान की तारीफ और भारत की आलोचना की बातें नज़र आती हैं। उसे हमेशा पाकिस्तान के चैनलों में डिस्कशन में बुलाया जाता है, जिसमें वो खालिस्तान की आवाज बुलंद करता है और भारत और भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ जहर उगलता है। वो  चाहता है कि खालिस्तान एक अलग देश बने और इसमें पाकिस्तान के पंजाब के इलाके भी शामिल हों। माना जाता है कि पाकिस्तान के युवा पंजाबियों में वो लोकप्रिय है। उसकी पढाई लिखाई कराची के पुराने स्कूल इस्लामिया हाईस्कूल में हुई है। उसे गोपी के नाम से जाना जाता है।

कुछ महीनों पहले पाकिस्तान में हाफिज सईद से चावला की मुलाकात की फोटो भी जांच एजेंसियों के हाथ लगी थी। इससे खालिस्तान समर्थकों के पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से रिश्ते होने की आशंका पुष्ट मानी जा रही है।सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए गोपाल सिंह चावला के भड़काऊ बयान पोस्ट किए जा रहे हैं।  साथ ही सोशल मीडिया के जरिए ही लड़कों की खालिस्तान रैफरेंडम 2020 के लिए नियुक्तियां  की जा रही हैं। एनआईए की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि पंजाब में धार्मिक संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता निशाने पर हैं।
 

देश के बाहर बैठे खालिस्तान समर्थक जो आतंकी साजिश रहे हैं उनमें गोपाल सिंह चावला (पाकिस्तान), हरमित सिंह उर्फ हैप्पी (पाकिस्तान), गुरुजिंदर सिंह उर्फ शास्त्री (इटली में होनी की खबर), गुरुशरणबीर सिंह उर्फ गुरुशरण सिंह वालिया उर्फ पहलवान (ब्रिटेन), गुरुजंत सिंह ढिल्लन (ऑस्ट्रेलिया) शामिल हैं।पंजाब के आतंकियों का कनेक्शन पश्चिमी यूपी से होने की बातें भी कही जा रही हैं. इसलिए यूपी पुलिस भी अलर्ट पर है। गौरतलब है कि पंजाब के अमृतसर शहर के एक गांव में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। राजासांसी के अदावली गांव के संत निरंकारी भवन में हुए इस ब्लास्ट में 3 लोगों की मौत हो गई।जिसके बाद पंजाब समेत राजधानी दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर में हाई अलर्ट है। 

 

Tanuja

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