चिदंबरम से पहले इन दिग्गज नेताओं की गिरफ्तारियों ने राजनीति में मचाया है कोहराम

Thursday, Aug 22, 2019 - 02:14 PM (IST)

नई दिल्ली: नाटकीय घटनाक्रम के बीच सीबीआई ने पूर्व वित्त व गृह मंत्री पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच उनके जोर बाग स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन यह अकेला ऐसा मामला नहीं है जब देश के किसी बड़े नेता को गिरफ्तार किया गया हो। ऐसे कई मामले हैं जिनमें कई वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारियां हुई है। आईए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ मामलों पर।

 

डीएमके प्रमुख करुणानिधि की गिरफ्तारी-

डीएमके प्रमुख करुणानिधि को पुलिस ने साल 2001 के जुलाई महीने में उनके आवास से करीब रात दो बजे गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल उन पर चेन्नई में हुए पुल निर्माण के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। 

 

लालू प्रसाद यादव की गिरफ्तारी-

राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने चारा घोटाले में दोषी पाया। जिसके बाद उन्हें 5 लाख रुपये के जुर्माने के साथ 5 साल की जेल की सजा सुनाई गई। बता दें लालू प्रसाद यादव सहित 50 लोगों को चारा खरीद के लिए नकली बिल और वाउचर के जरिए सरकारी खजाने से 37 करोड़ रुपये निकालने का दोषी पाया गया था। 

 

BJP के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण की गिरफ्तारी-

2001 तहलका स्टिंग मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत दोषी पाया गया था। वहीं मामला कथित हथियार सौदे से संबंधित था। जिसमें साल दिल्ली की सीबीआई कोर्ट ने 2012 में उन्हें 4 साल की सजा का फैसला सुनाया था।

 

ए राजा की गिरफ्तारी-

फरवरी 2011 में कांग्रेस की सरकार में दूरसंचार मंत्री रहे ए राजा को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। 

 

 सुखराम की गिरफ्तारी-

पीवी नरसिम्हा राव की सरकार के दूरसंचार मंत्री सुखराम पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगे थे। 1996 में CBI ने सुखराम के औपचारिक निवास से बैग और सूटकेस में 3.6 करोड़ रुपये की छिपी हुई नकदी बरामद की थी। इसके बाद दिल्ली कोर्ट ने उन्हें 2002 में दोषी पाया और तीन साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई।

 

येदियुरप्पा की गिरफ्तारी-

कर्नाटक के मुख्मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा पर भी सरकारी भूमि घोटाले के आरोप लगे थे और उन्हे जेल जाना पड़ा था। 15 अक्टूबर 2011 को विशेष लोकायुक्त अदालत ने उन्हें सरकारी भूमि को दर्शाने में कथित अनियमितताओं में आरोपी पाया और गिरफ्तार किया गया था। वहीं 8 नवंबर, 2011 तक 25 दिन जेल में बिताने के बाद वे रिहा हो गए थे।

 

सुरेश कलमाड़ी की गिरफ्तारी-

कॉमनवेल्थ घोटाले के आरोप में सीबीआई ने 25 अप्रैल, साल 2011 को सुरेश कलमाड़ी को हिरासत में लिया था। कलमाड़ी को खेल से संबंधित पुरस्कारों में धोखाधड़ी, षड्यंत्र और भ्रष्टाचार के आरोप के तहत गिरफ्तार किया था। दिल्ली जेल में 9 महीने रहने के बाद 2012 की शुरुआत में उन्हे तिहाड़ भेज दिया गया।

Anil dev

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