Personal Loan से स्मार्ट है ओवरड्राफ्ट! जानिए कैसे कर सकते हैं इसका अधिकतम लाभ
punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2024 - 01:51 PM (IST)
नेशनल डेस्क: जब हमें अचानक पैसों की जरूरत होती है, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में दो विकल्प आते हैं—क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन। खासकर जब हमारे पास इमरजेंसी फंड या बचत नहीं होती, तब इन विकल्पों की तलाश स्वाभाविक होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पर्सनल लोन का विकल्प हमेशा सबसे अच्छा नहीं होता? यदि आपको तुरंत पैसे की जरूरत है और आप सोच रहे हैं कि कहां से पैसा लिया जाए, तो ओवरड्राफ्ट एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह कैसे आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
ओवरड्राफ्ट क्या होता है?
ओवरड्राफ्ट एक लोन की तरह होता है, लेकिन यह आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा रहता है। अगर आपके पास बैंक में करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट है, तो बैंक आपको ओवरड्राफ्ट की सुविधा दे सकता है। सरल शब्दों में कहें तो, ओवरड्राफ्ट की सुविधा आपको उस वक्त मिलती है जब आपका अकाउंट बैलेंस शून्य हो जाता है, लेकिन बैंक आपको निर्धारित सीमा तक पैसे उधार देने की अनुमति देता है। इसमें बैंक आपको कुछ पैसे उधार देते हैं, जिन्हें आपको बाद में वापस करना होता है। ओवरड्राफ्ट की विशेष बात यह है कि इसे एक लाइन ऑफ क्रेडिट के रूप में देखा जा सकता है, जिसका मतलब है कि आप जब चाहें, जितना चाहें, उतना पैसा उपयोग कर सकते हैं और फिर इसे धीरे-धीरे चुका सकते हैं।
ओवरड्राफ्ट की सुविधाएं
ओवरड्राफ्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आपको इसे वहां इस्तेमाल करना होता है जहां आपको जरूरत हो, और केवल उतना ही भुगतान करना होता है जितना आपने लिया है। इसके अलावा, ओवरड्राफ्ट पर आपको पर्सनल लोन की तुलना में कम ब्याज देना पड़ता है। पर्सनल लोन की ब्याज दर अक्सर उच्च होती है, जो आपको लोन लेने के बाद अधिक वित्तीय बोझ में डाल सकती है। वहीं, ओवरड्राफ्ट का उपयोग करने से आपको अधिक लचीला समय और ब्याज दर मिल सकती है।
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट:
ओवरड्राफ्ट दो प्रकार का होता है— सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट और अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट। सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट में आपको अपने शेयर, बॉन्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट, संपत्ति या इंश्योरेंस पॉलिसी के बदले बैंक से ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है। यानी, जब आप सिक्योरिटी के रूप में कुछ जमा करते हैं, तो बैंक आपको अधिक धनराशि उधार देने के लिए तैयार रहता है। वहीं अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट वह विकल्प है जब आपको सिक्योरिटी देने की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन आपको बैंक से ओवरड्राफ्ट के लिए अनुमति प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। यह तब उपयोगी होता है जब आपके पास कोई संपत्ति नहीं होती, लेकिन आपको पैसों की तात्कालिक आवश्यकता होती है।
ओवरड्राफ्ट कैसे प्राप्त करें?
ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्राप्त करना उतना मुश्किल नहीं है। अधिकतर बैंक अपने ग्राहकों को पहले से ही ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करते हैं। यदि आपके पास करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट है, तो बैंक आपको इस सुविधा के बारे में जानकारी दे सकता है। यदि आपने पहले से इस सुविधा का लाभ नहीं उठाया है, तो आप बैंक में जाकर या उनके ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया में आपको अपने कस्टमर केवाईसी (KYC) दस्तावेज, बैंक अकाउंट की जानकारी और अन्य जरूरी दस्तावेज़ प्रदान करने होंगे।
ओवरड्राफ्ट का उपयोग क्यों करें?
1. कम ब्याज दर: पर्सनल लोन के मुकाबले ओवरड्राफ्ट पर ब्याज दर कम होती है, जिससे यह आपको कम वित्तीय बोझ डालता है।
2. लचीलापन: ओवरड्राफ्ट के जरिए आपको लोन की राशि को आसानी से अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करने की सुविधा मिलती है। आपको एक निश्चित राशि लेने की बजाय जरूरत के हिसाब से पैसा निकाल सकते हैं।
3. ब्याज केवल उपयोग की गई राशि पर: ओवरड्राफ्ट में केवल उस राशि पर ब्याज लगता है, जो आपने इस्तेमाल की है, जबकि पर्सनल लोन में आपको पूरी राशि पर ब्याज देना होता है।
4. स्वतंत्रता और सुविधा: ओवरड्राफ्ट की राशि बैंक अकाउंट से सीधे जुड़ी रहती है, जिससे आपको कैश की जरूरत होते ही आसानी से पैसे मिल जाते हैं। इसके लिए आपको लोन लेने का कोई लंबा-चौड़ा प्रक्रिया नहीं करना पड़ता।
क्या ओवरड्राफ्ट सभी के लिए है?
ओवरड्राफ्ट की सुविधा सभी ग्राहकों के लिए उपलब्ध नहीं होती। कुछ बैंक इसे केवल उन ग्राहकों को प्रदान करते हैं, जिनके पास अच्छा क्रेडिट इतिहास होता है और जिनके पास बैंक में डिपॉजिट या अन्य सुरक्षा होती है। इसलिए, यह आवश्यक है कि आप अपने बैंक से ओवरड्राफ्ट की पात्रता के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
कुल मिलाकर, ओवरड्राफ्ट पर्सनल लोन के मुकाबले एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, खासकर जब आपको तात्कालिक पैसों की जरूरत हो। इसका कम ब्याज दर, लचीला उपयोग और आवश्यकता के हिसाब से पैसा निकालने की सुविधा इसे एक आकर्षक विकल्प बनाती है। हालांकि, इसका सही तरीके से उपयोग करने के लिए यह जरूरी है कि आप बैंक के नियमों और शर्तों को अच्छी तरह समझें और ओवरड्राफ्ट का उपयोग केवल उसी स्थिति में करें, जब यह वास्तव में आवश्यक हो।