कर्नाटक मुद्दे पर विपक्ष का राज्यसभा में हंगामा, सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित

Tuesday, Jul 09, 2019 - 03:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस सदस्यों के और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे की वजह से मंगलवार को राज्यसभा की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल, प्रश्नकाल और बजट पर चर्चा शुरू नहीं हो पायी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में संसद सत्र के दौरान उच्च सदन में मंगलवार को पहली बार हंगामे की वजह से कार्यवाही बाधित हुई।


 दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे सदन की बैठक शुरु होने पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण के मुद्दे पर और कांग्रेस के सदस्यों ने कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा कराने की मांग करते हुये नारेबाजी शुरु दी। उपसभापति हरिवंश ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से बजट पर चर्चा शुरु कराने का हवाला देते हुये शांति बनाये रखने की अपील की। अपनी मांग पर अड़े कांग्रेस और तृणमूल सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे में माकपा और भाकपा के भी कुछ सदस्य शामिल होकर आसन के समीप आ गए। उपसभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि बजट पर चर्चा की शुरुआत पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के वक्तव्य से होनी है। उन्होंने सदस्यों से अपने स्थान पर लौट जाने एवं बजट पर चर्चा शुरू करने की अपील की। 
 

हंगामा नहीं थमने पर उपसभापति ने दोपहर दो बज कर करीब पांच मिनट पर सदन की बैठक बुधवार 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह 11 बजे बैठक शुरू होने पर सभापति ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाने के बाद कहा कि शून्यकाल स्थगित कर दो मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत उन्हें दो नोटिस मिले हैं। दोनों ही नोटिस उन्होंने अस्वीकार कर दिए हैं। सभापति ने कहा कि कांग्रेस सदस्य बी के हरिप्रसाद ने कर्नाटक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल स्थगित करने का अनुरोध किया है। नायडू ने कहा कि यह नोटिस इसलिए उन्होंने अस्वीकार किया क्योंकि शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य यह मुद्दा उठा सकते हैं। 

सभापति ने शून्यकाल आरंभ करने के लिए कहा। लेकिन इसी दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ कर हंगामा करने लगे।' इसी बीच कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ कर नारे लगाने लगे। उप सभापति ने इन सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने की अपील की । हंगामा थमते न देख उन्होंने 12 बज कर करीब चार मिनट पर ही बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। 
 

vasudha

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