गुजरात चुनावी सर्वेः भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर, फिर सीटों में भाजपा मार रही बाजी

Monday, Dec 04, 2017 - 11:43 PM (IST)

नेशनल डेस्कः गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प हो चुका है। प्रथम चरण के मतदान से पहले एबीपी न्यूज-सीएसडीएस के ऑपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखाई दे रही है। पोल में दोनों दलों को 43-43 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है। 14 प्रतिशत वोट अन्य को मिल सकते हैं। कांटे की टक्कर के बावजूद 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 95 सीटें तक मिलती नजर आ रही हैं। वहीं, कांग्रेस को 82 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को 5 सीटें मिल सकती हैं। एेसे में मामूली बहुमत से भाजपा फिस से गुजरात में सरकार बनाती दिख रही है। 

पीएम मोदी के आर्थिक सुधारों से व्यापारी नाखुश
सर्वे में जो रुझान सामने आए हैं। उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सुधारों से गुजरात के व्यापारी खुश नहीं हैं। सर्वे में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी से गुजरात के व्यापारी नाराज हैं और अधिकांश व्यापारी कांग्रेस के साथ चले गए हैं। इसके अलावा बीते समय में जीएसटी दरों में लगातार हुए बदलाव से भी व्यापारी खुश नहीं हुए। सर्वे में कहा गया है कि 40 फीसदी व्यापारी बीजेपी को वोट कर सकते हैं जबकि 43 फीसदी व्यापारी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं। पिछले सर्वे के मुकाबले बीजेपी को वोट करने वाले व्यापारियों की संख्या में तीन फीसदी की गिरावट हुई है, जबकि कांग्रेस को इस मामले में चार फीसदी का फायदा होता दिख रहा है।

सीडी कांड से हार्दिक की लोकप्रियता में आई कमी
इसके सर्वे में सबसे बड़ा झटका हार्दिक को लगा है। आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में एक नए चेहरे के रूप में उभरे हार्दिक पटेल के कांग्रेस को समर्थन देने के बाद माना जा रहा था कि बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लग सकती है। हाल ही में हार्दिक की विवादित सीडी सामने आने के बाद से राज्य में राजनीतिक समीकरण रोमांचक बनते नजर आ रहे हैं। पोल के हिसाब से पटेल समुदाय के अंदर ही हार्दिक की लोकप्रियता में कमी आई है। इसका नुकसान अगर उन्हें होता है तो साथ में कांग्रेस को भी होगा। पोल में बीजेपी को शहरी क्षेत्रों से जबकि कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक समर्थन मिलने की संभावना जताई गई है।

सर्वे की खास बातें- 

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सर्वे में यह भी सामने आया है कि केवल 37 प्रतिशत व्यापारी जीएसटी से खुश हैं जबकि 44 प्रतिशत व्यापारी इससे नाखुश। जीएसटी के चलते भाजपा से नाखुश हैं। व्यापारी इस बार कांग्रेस की तरफ ज्यादा झुके हुए नजर आ रहे हैं। पोल के हिसाब से कांग्रेस को जहां 43 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं वहीं 40 प्रतिशत व्यापारी भाजपा के लिए वोट कर सकते हैं। 

- पाटीदार समाज भी कांग्रेस की ओर रुख कर सकता है। सर्वे के मुताबिक बीजेपी से 2 प्रतिशत अधिक पाटीदार कांग्रेस के लिए वोट कर सकते हैं। हालांकि, कोली समाज अभी भी बीजेपी के साथ नजर आ रहा है। कोली समाज में से बीजेपी को कांग्रेस की तुलना में 26 प्रतिशत वोट अधिक मिल सकते हैं। 

- दक्षिण गुजरात में भाजपा को 40 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिल सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में भाजपा को 44 प्रतिशत और कांग्रेस के खाते में 42 फीसदी वोट आ सकते है। शहरी इलाकों में भाजपा को 36 और कांग्रेस को 36 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। 

- उत्तर गुजरात में कांग्रेस- भाजपा से आगे निकलती हुई दिखा रही है। यहां भाजपा को 45 प्रतिशत और कांग्रेस को 49 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस को 56 फीसदी और भाजपा को 41 फीसदी वोट खाते में आ सकते हैं। शहरी इलाकों में भाजपा को 50 प्रतिशत और कांग्रेस को 41 से आगे है। 

- सौराष्ट्र के इलाके में जहां बीजेपी को 45 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। वहीं कांग्रेस को 39 फीसदी वोटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। एबीपी-सीएसडीएस के पिछले महीने के पोल में दोनों पार्टियों के खाते में 42 प्रतिशत वोट जाते दिखाई दे रहे थे। हालांकि, सौराष्ट्र और कच्छ के ग्रामीण इलाकों में भाजपा को 43 प्रतिशत और कांग्रेस को 49 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना जताई गई है। शहरी इलाकों में भाजपा को 46 फीसदी और कांग्रेस 30 फीसदी वोट हासिल हो सकते हैं। 


 

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