ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का राज: वायुसेना प्रमुख बोले - ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति और बिना किसी प्रतिबंध के मिली छूट’
punjabkesari.in Sunday, Aug 10, 2025 - 02:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारतीय वायु सेना (IAF) प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने 9 अगस्त को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पूरी तरह निर्णायक राजनीतिक इच्छाशक्ति, स्पष्ट निर्देशों और राजनीतिक नेतृत्व द्वारा दी गई पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता का परिणाम है। उन्होंने यह टिप्पणी बेंगलुरु में एक संबोधन के दौरान दी, जो कि इंडोनेशिया में भारत के रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार के पूर्व बयानों के सीधे खंडन के रूप में देखी जा रही है। दरअसल, कैप्टन शिव कुमार ने एक सेमिनार में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के कुछ विमान राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण खोए गए थे। उन्होंने यह भी जोड़ा था कि हालांकि विमानों के नुकसान की रिपोर्टें कुछ हद तक अतिरंजित हैं, लेकिन वास्तविक नुकसान हुआ था।
इसके जवाब में एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा:
"राजनीतिक इच्छाशक्ति थी, हमें स्पष्ट निर्देश मिले थे, और कोई बाहरी प्रतिबंध नहीं थे। यदि कोई सीमाएँ थीं, तो वे स्वयं बनाई गई थीं। हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है। योजना बनाने और क्रियान्वयन की पूरी स्वतंत्रता थी। तीनों सेनाओं के बीच समन्वय उच्चतम स्तर पर था और हमले पूरी तरह सुनियोजित और परिपक्व थे।"
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रमुख उपलब्धियाँ:
एयर चीफ मार्शल सिंह ने जानकारी दी कि 7 मई 2025 को, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए चार दिवसीय सैन्य अभियान के दौरान भारतीय वायुसेना ने 5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया। 1 AEW&C/ELINT निगरानी विमान को नियंत्रण रेखा से 300 किलोमीटर दूर भोलारी एयरबेस में नष्ट किया।
जैकोबाबाद एयरबेस पर खड़े F-16 लड़ाकू विमानों को निशाना बनाया इसके अलावा, पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को भी पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया, जिनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी शामिल था।
निरंतर युद्ध नहीं हो सकता
कुछ हलकों से आई "लड़ाई जारी रखने" की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए, एयर चीफ ने कहा: "हम लगातार युद्ध में नहीं रह सकते। जब ऑपरेशन के लक्ष्य पूरे हो गए, तो उच्च स्तर पर यह निर्णय लिया गया कि इसे आगे न बढ़ाया जाए। हम इस निर्णय का हिस्सा थे और यह एक रणनीतिक, परिपक्व निर्णय था।" सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान थलसेना, नौसेना और वायुसेना ने पूर्ण समन्वय के साथ कार्रवाई की। इस अभियान में भारत की उन्नत तकनीकी क्षमताओं का भी प्रदर्शन हुआ, जिसमें S-400 मिसाइल शील्ड जैसी प्रणाली ने पाकिस्तानी लंबी दूरी के हथियारों को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया।