कालेधन का इस्तेमाल रोकने में असफल रही नोटबंदी: ओ पी रावत

Sunday, Dec 02, 2018 - 02:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मुख्य चुनाव आयुक्त रहे ओपी रावत शनिवार को अपने पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनकी जगह पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुनील अरोड़ा ने पदभार संभाल लिया है। अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद रावत ने कई मुख्य बातों पर बातचीत की। उन्होंने नोटबंदी का मुद्दा उठाते हुए भी इस पर बड़ा बयान दिया है। 


200 करोड़ की रिकॉर्ड रकम जब्त
रावत ने कहा कि नोटबंदी का चुनावों के दौरान कालेधन के इस्तेमाल पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में 5 राज्यों के चुनावों के दौरान भी 200 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड रकम सीज की है। इसका मतलब ये है कि चुनावों के दौरान जिस तीह पैसा आ रहा है वह बेहद प्रभावी है और नोटबंदी का उस पर कोई फर्क पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। 


लोकतंत्र में सभी को चुनाव लडऩे का अधिकार 
पूर्व चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लडऩे का अधिकार है। चुनावी जोड़ तोड़ के लिये उम्मीदवारों को खड़ा करना एक कड़वा सच भी है। इसके पीछे राजनीतिक दलों या अन्य लोगों द्वारा उम्मीदवार खड़े करने जैसे हथकंडों पर नजर रखना चाहिए और इसे रोका जाना चाहिये। यह जरूरी है कि उम्मीदवार अगर गंभीर नहीं है या प्रायोजित उम्मीदवार है तो इस तरह की चीजों को हर हाल में रोका जाना चाहिये।     


छत्तीसगढ़ में शांतिपूर्वक मतदान कराना बडी चुनौती
रावत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि एक साल में एक के बाद एक हुये चुनाव पूरी निष्पक्षता से सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना एक बहुत बडी चुनौती थी। उन्होंने कहा कि तमाम खतरों के बावजूद छत्तीसगढ़ में शांतिपूर्वक मतदान होना, चुनाव दर चुनाव मतदान प्रतिशत बढऩा और सबसे अहम बात, चुनावी गड़बड़ी दूर करने में मोबाइल एप ‘सी विजिल’ की मदद से जनता की भागीदारी बढऩा तथा शिकायतों का शतप्रतिशत निपटारा होना बहुत अहम उपलब्धि है। 
 

vasudha

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