''कई प्लांट्स में बचा महज 1 दिन का कोयला, दिल्ली में बढ़ेगा बिजली संकट'', ऊर्जा मंत्री ने जाहिर की चिंता
Friday, Apr 29, 2022 - 02:06 PM (IST)
नेशनल डेस्क- दिल्ली सरकार ने कोयले की इस भयंकर कमी और उससे होने वाली विद्युत आपूर्ति पर चिंता जाहिर की है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री संत्येंद्र जैन ने कहा कि राजधानी में बिजली संकट गहरा सकता है। उन्होंने कहा कि कई प्लांट्स में सिर्फ एक दिन का कोयला बचा है। प्लांट्स के पास कोई बैकअप भी नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि कोयले की सप्लाई सुनिश्चित की जाए ताकि बिजली की कटौती की स्थिति न पैदा हो सके।
#WATCH | No (power) back up... back up should be that of coal of over 21 days, but at many power plants, less than a day's coal left. Can't function on a day's back up...: Delhi Minister Satyendar Jain on looming power crisis pic.twitter.com/66FpnOeWDe
— ANI (@ANI) April 29, 2022
कई प्लांट्स में मात्र एक दिन का ही कोयला बचा है
मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बिजली को स्टोर करके नहीं रखा जा सकता है, बिजली रोज बनती है। बिजली बनाने के लिए कोयले का बैकअप होना चाहिए, जो आम तौर पर 21 दिन से ज्यादा का होना चाहिए। आज कई प्लांट्स में मात्र एक दिन का ही कोयला बचा है। कोयला रोजना आ रहा है और बिजली बन रही है। कोयला संकट पर चिंता जताते हुए मंत्री ने कहा कि पावर प्लांट ऐसे काम नहीं करते। कम से कम कंपनी के पास 21 दिन का कोयला होना चाहिए। अगर 21 को भी नहीं हो तो कम से कम सात दिन का तो कोयला होना चाहिए। एक दिन के कोयले से काम नहीं होता।
जल्दी ही ठोस कदम उठाने की जरूरत- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया था, 'देश में बिजली की बड़ी कमी देखने को मिल रही है। हमने अब तक किसी तरह से दिल्ली में संकट को मैनेज कर रखा है। पूरे भारत में स्थिति खराब है। हमें साथ मिलकर जल्दी ही इसका समाधान तलाशना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए जल्दी ही ठोस कदम उठाने की जरूरत है।'
बता दें कि, दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले पावर प्लांट्स में कोयले की संभावित कमी पर चिंता जताई है। एक सरकारी बयान में कहा गया है, ‘‘दादरी-द्वितीय और ऊंचाहार बिजली स्टेशनों से बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण दिल्ली मेट्रो और दिल्ली के सरकारी अस्पतालों सहित कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति में दिक्कत हो सकती है।’’ दिल्ली सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर थर्मल पावर प्लांट्स को पर्याप्त कोयला उपलब्ध कराने के लिए हस्तक्षेप करने को कहा है।