रिसर्च स्कॉलर मनान के बाद एक और युवक आतंकी खेमे में शामिल, आतंकियों में शामिल

Thursday, Mar 15, 2018 - 07:44 PM (IST)

श्रीनगर : सोशल नेटवर्किंग साइटों पर एक तस्वीर वायरल हो गई है जिसमें बिलाल अहमद शाह पुत्र शम्स उद्दीन शाह निवासी शर्तमुकाम लोलाब हाथों में ए.के.- 47 राइफल लिए दिखाई दे रहा है। तस्वीर पर बिलाल का कोड नाम शहबाज लिखा है। उतर कश्मीर में सीमावर्ती कुपवाड़ा जिला के लोलाब क्षेत्र से रिसर्च विद्वान मनान वानी के बाद बिलाल अहमद शाह पहला युवक है, जो किसी आतंकी संगठन में शामिल हो गया है। 


बिलाल का पिता शम्स उद्दीन भी आतंकी था, जिसे 1992 में मारा गया। उस वक्त बिलाल की उम्र 2 साल थी। शम्स-उ-द्दीन हिजबुल मुझाहिदीन का आतंकी था। बिलाल के परिवार वालों का कहना है कि आज सुबह लगभग 11 बजे सोशल मीडिया पर ए.के. 47 राइफल के साथ बिलाल की तस्वीर वायरल होने के बारे में पता चला। उन्होंने दावा किया कि बिलाल को कई बार सुरक्षाबलों ने परेशान किया था। एक बार रमजान महीने के दौरान बिलाल को एक महीने तक बंद रखा गया और यातना का सामना करना पड़ा। जब उसको छोड़ा गया तो उसका दो से ज्यादा महीनों तक इलाज किया गया। यहां तक कि बिलाल को ईद के खास मौके पर परिवार वालों से मिलने की इजाजत नहीं दी गई थी। 

थाने में दर्ज है एफआईआर
बिलाल के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में कई एफ.आई.आर. दर्ज हैं। वर्ष 2016 में जब हमारे शर्तमुकाम गांव सहित पूरी घाटी में अशांति फैली थी, सिर्फ बिलाल को पत्थरबाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार संबंधित पुलिस स्टेशन कुलीगाम में 2016 में पत्थरबाजी के लिए बिलाल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हैं जह वह 5 से 7 दिनों तक सलाखों के पीछे बंद था।

पुलिस से परिवार ने की अपील
उन्होंने कहा कि हम राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से अपील करते हैं कि बिलाल के खिलाफ सभी एफ.आई.आर. हटा दिए जाए ताकि उसकी वापसी के लिए रास्ता बन जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर ए.के. 47 राइफल के साथ तस्वीर वायरल देखने के बाद हम निश्चित नही है कि वह किसी आतंकी संगठन में शामिल हो गया हैं। बिलाल मानसिक रुप से परेशान था क्योंकि उसको लगातार सुरक्षाकर्मियों द्वारा हिरासत में लिया जाता था। 

दसवीं तक की है पढ़ाई
उसके परिवार वालों ने कहा कि बिलाल का श्रीनगर के अनाथालय में नामांकन किया गया था जहां बिलाल ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की और बाद में वित्त समस्याओंं के कारण बिलाल पढ़ाई छोडक़र घर वापस लौट आया। 
 

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