राजनीतिक दलों की सर्वसम्मति के बिना 'एक देश, एक चुनाव' नहीं हो सकता लागू : सुनील अरोड़ा

Sunday, Nov 17, 2019 - 01:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 'एक देश, एक चुनाव' को लेकर लंबे समय से चल रही बहस के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि देश में एक साथ लोकसभा-विधानसभा के चुनाव या एक देश, एक चुनाव बहुत जल्द नहीं होने वाले हैं। 

अरोड़ा ने निरमा विश्वविद्यालय में आयोतिज एक कार्यक्रम में कहा कि जब तक राजनीतिक दल साथ बैठ कर सर्वसम्मति पर नहीं पहुंच जाते और कानून में जरूरी संशोधन नहीं हो जाता तब तक ‘एक साथ लोकसभा-विधानसभा के चुनाव’ या ‘एक देश, एक चुनाव’ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग इस मामले में बहुत कुछ नहीं कर सकता, लेकिन वह ऐसी व्यवस्था को तरजीह देगा। 

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यह राजनीतिक दलों पर निर्भर करता है कि वे (इस विषय पर) एकसाथ बैठें और किसी आमराय पर पहुंचे, कानून में संशोधन करें ताकि चुनाव एकसाथ कराए जा सकें। उन्होंने कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक सेमिनारों में बात करने के लिये यह एक अच्छा विषय है लेकिन यह बहुत जल्द भी नहीं होने वाला है। अरोड़ा ने कहा कि एकसाथ चुनाव 1967 तक देश में हो रहे थे, उसके बाद कुछ राज्यों में विधानसभाओं के भंग होने और अन्य कारणों के चलते ‘‘इस इस व्यवस्था में असंतुलन’’ पैदा हुआ। 

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक देश एक चुनाव की पैरवी कर चुके हैं। वह इस मामले पर चुनाव आयोग, नीति आयोग, विधि आयोग और संविधान समीक्षा आयोग बातचीत कर चुके हैं। हालांकि कुछ राजनीतिक पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं। जब तक इस पर सहमति नहीं बनती, इसे धरातल पर उतारना मुश्किल होगा।

vasudha

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