कभी हरभजन को मारा था कंधा, आज कोहली को ज्ञान दे रहे रिकी पोंटिंग... फैंस ने याद दिलाई 1998 की घटना
punjabkesari.in Thursday, Dec 26, 2024 - 04:15 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तहत पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच आज मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा है। मेलबर्न टेस्ट में पहले दिन सैम कोंस्टान और विराट कोहली के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई। सैम शानदार लय में खेल रहे थे और उस दौरान जब विराट कोहली पास से गुजर रहे थे, तो गलती से उनकी टक्कर सैम कोंस्टास से हो गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई फैंस और पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने विराट कोहली की आलोचना की।
रिकी पोंटिंग ने कमेंट्री के दौरान कहा, "विराट पिच पर घूमकर दाईं ओर आए और टकराव हुआ। मुझे इसपर कोई संदेह नहीं है। निश्चित तौर पर अंपायर और मैच रेफरी की नजर इसपर होगी। बल्लेबाजों के इर्द-गिर्द क्षेत्ररक्षक नहीं होने चाहिए, क्योंकि सभी फील्डर्स को यह पता होता है कि बल्लेबाज कहां खड़ा है।" बॉक्सिंग-डे टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म हो चुका है। स्टीव स्मिथ 68 रन बनाकर और कप्तान पैट कमिंस 8 रन बनाकर नाबाद लौटे। ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर स्टंप्स तक 311/6 रहा।
Virat Kohli and Sam Konstas exchanged a heated moment on the MCG. #AUSvIND pic.twitter.com/QL13nZ9IGI
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 26, 2024
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं दे रहे भारतीय फैंस
रिकी पोंटिंग द्वारा विराट कोहली की आलोचना करने के बाद भारतीय फैंस सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वे रिकी पोंटिंग को 1998 में हुई एक घटना याद दिला रहे हैं, जब उन्होंने भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह के साथ कुछ ऐसा ही व्यवहार किया था।
1998 की घटना: हरभजन के साथ पोंटिंग का विवाद
यह घटना 1998 में शारजाह में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए कोका-कोला कप त्रिकोणीय सीरीज के मैच की है। उस समय हरभजन सिंह महज 19 साल के थे और भारत के लिए चौथा वनडे खेल रहे थे। इस मैच में उन्होंने रिकी पोंटिंग को परेशान किया और उनका विकेट भी लिया। विकेट लेने के बाद जब हरभजन खुशी से जश्न मना रहे थे, तो पोंटिंग ने उन्हें पास आकर कंधा मारा और बुदबुदाते हुए स्लेजिंग की। अब भारतीय फैंस सोशल मीडिया के जरिए इस घटना को याद दिला रहे हैं और पोंटिंग से सवाल कर रहे हैं कि जब उन्होंने खुद 1998 में कुछ ऐसा किया था, तो आज क्यों आलोचना कर रहे हैं।