Proud: कभी दुकान पर चाय बेचती थी आंचल, अब एयरफोर्स में उड़ाएगी फाइटर प्लेन

Monday, Jun 22, 2020 - 07:02 PM (IST)

नेशनल डेस्कः एक छोटी-सी दुकान पर पिता के साथ चाय बेचने वाली आंचल गंगवाल का सपना आज पूरा हो गया। आंचल अब वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ाएगी। मध्यप्रदेश को गौरवान्वित करने वाली बेटी आंचल अब देश के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए अनंत आकाश की ऊंचाइयों में उड़ान भरेगी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने सोमवार को नीमच में एक चाय की दुकान लगाने वाले की बेटी आंचल को वायुसेना में चुने जाने पर बधाई दी है।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया ‘रौशन थी धरती तुझसे, अब रौशन होगा आसमां भी। दुआओं पर परवाज करो, रौशन कर दो जहां भी। अंधेरों को चीरकर फिर एक बेटी 'आंचल' ने रच दिया है इतिहास ऐसे ही बढ़ती रहें बेटियां, यही तो हैं हम सबका गौरव और अभिमान भी। बेटी आंचल को स्नेह और आशीर्वाद। माता-पिता को बहुत-बहुत बधाई।’  आंचल के पिता सुरेश गंगवाल चाय की दुकान लगाते हैं।

साल 2018 में शुरू की थी ट्रेनिंग
आंचल गंगवाल का चयन एसरफोर्स फ्लाइंग ब्रांच में 2018 में हुआ था।  22 पदों के लिए होने वाले इस कॉमन एडमिशन टेस्ट में देशभर से करीब 6 लाख उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था। इनमें से 22 परीक्षार्थी सफल हुए जिनमें 5 लड़कियां हैं। नीमच की रहने वली आंचल मध्यप्रदेश से चयनित एकमात्र उम्मीदवार थीं। इससे पहले आंचल लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी करती थी। लेकिन इसको छोड़क उन्होंने एयरफोर्स ज्वॉइन की। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अब आंचल भारतीय वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ाएंगी। आंचल की ट्रेनिंग हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी में हुई जिसके तीन चरण थे। यहां पर ग्राउंड ड्यूटी के अलावा हेलिकॉप्टर, चॉपर, फाइटर एयरक्राफ्ट और ट्रांसपोर्ट कॅरियर के लिए ट्रेनिंग दी गई। इनमें से आंचल फाइटर एयरक्राफ्ट की ट्रेनिंग ली।

इसलिए चुनी एयरफोर्स
आंचल का कहना है कि जब वे 12वीं में पढ़ती थीं तब उत्तराखंड में बाढ़ आई थी। उस समय सेना ने अपने अदम्य साहस के साथ लोगों की जान बचाते हुए उनकी मदद की थी। तभी से उसे वायुसेना से लगाव हो गया जिसके लिए उन्होंने जमकर मेहनत की और सफलता हासिल की। आंचल ने एसएसबी इंटरव्यू 5 बार फेस किया, लेकिन सफलता छठी बार में मिली। यह इंटरव्यू 5 दिन तक चलता है जिसमें स्क्रीनिंग के बाद साइकोलॉजिकल टेस्ट और ग्राउंड टेस्ट के साथ पर्सनल इंटरव्यू लिया जाता है। इसमें प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क, कमांड टास्क, सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट के जरिये फिजिकल और मेंटल स्ट्रेंथ की भी जांच की जाती है।

Seema Sharma

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