दीपावली पर बन रहा है राजयोग, इस शुभ मुहूर्त पर करें पूजन

Sunday, Oct 30, 2016 - 01:02 AM (IST)

चंडीगढ़, दीपावली के इस पावन पर्व पर पूजा पाठ का खास महत्व होता है। तो ऐसे में मुहूर्त का भी खास महत्व होता है। क्योंकि सही मुहूर्त पर पूजा पाठ कर आप इस खास मौके का सही लाभ उठा सकते हैं। दीपावली के दिन प्रदोषकाल में माता लक्ष्मी जी की पूजा होती है. मान्यता है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से मनुष्य को कभी दरिद्रता का सामना नहीं करना पड़ता।

 इस वर्ष दीपावली पर प्रीति योग बन रहा है। चंडीगढ़ में रविवार को शाम पांच बजकर 32 मिनट पर सूर्यास्त हो रहा है।  मिली जानकारी के अनुसार प्रदोष काल शाम पांच बजकर 32 मिनट से लेकर रात आठ बजकर 20 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष काल में वृष लग्न और तुला राशि का सूर्य चंद्रमा होने के कारण बहुत ही शुभ माना गया है। शाम को छह बजकर 25 मिनट से रात आठ बजकर 53 मिनट तक वृष लग्न, शुभ और अमृत की चौघड़िया एवं प्रदोष काल होने के कारण इस योग में दीपक जलाना महालक्ष्मी, कुबेर और गणेश पूजन व खाता बही पूजन शुभ है।

दीवाली पूजा की आवश्यक साम्रगी

दीवाली पूजा के लिए रोली, चावल, पान-सुपारी, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, घी या तेल से भरे हुए दीपक, कलावा, नारियल, गंगाजल, फल, फूल, मिठाई, दूर्वा, चंदन, घी, मेवे, खील, बताशे, चौकी, कलश, फूलों की माला, शंख, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, थाली, चांदी का सिक्का, ११ दिए आदि वस्तुएं पूजा के लिए एकत्र कर लेना चाहिए.

 

 

 

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