करवाचौथ पर मौत के मुंह से पति को वापस खींच लाई पत्नी, किडनी दान कर दी नई जिंदगी
punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 04:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: करवा चौथ के पवित्र त्योहार के मौके पर मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से एक ऐसी कहानी सामने आई है जिसने पति-पत्नी के अटूट प्रेम और समर्पण की मिसाल पेश की है। यह कहानी प्रिया और उनके पति पुरुषोत्तम की है, जिसने साबित कर दिया कि करवा चौथ का व्रत केवल एक रस्म नहीं, बल्कि सच्चा प्यार है जो मौत को भी हरा सकता है।
जब पत्नी बनी साक्षात 'पार्वती'
पुरुषोत्तम को किडनी ट्रांसप्लांट की ज़रूरत थी। डॉक्टर की बात सुनकर पूरा परिवार चिंता में डूब गया था। माता-पिता और भाई-बहन भी किडनी देने का साहस नहीं कर पाए, लेकिन पत्नी प्रिया ने एक पल की भी देरी नहीं की। प्रिया ने तुरंत कहा, "अगर मेरी एक किडनी से मेरे पति की जान बच सकती है, तो यही मेरा सच्चा करवा चौथ होगा।" जांच हुई तो पता चला कि प्रिया की किडनी पुरुषोत्तम के लिए पूरी तरह मैच कर गई। सफल ट्रांसप्लांट के बाद पुरुषोत्तम को नया जीवन मिला और वह आज पूरी तरह स्वस्थ हैं।
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इस बार मैं ही तुम्हारा चांद हूँ
पुरुषोत्तम आज भावुक होकर अपनी पत्नी को साक्षात माता पार्वती जैसा बताते हैं, जिन्होंने उन्हें मौत के मुंह से खींचकर वापस लाया है। इस जोड़े का कहना है कि अब करवा चौथ उनके लिए केवल चाँद का व्रत नहीं, बल्कि जीवन का उत्सव है। जब प्रिया हर साल की तरह छलनी से चाँद को देखती हैं, तो पुरुषोत्तम भावुक होकर अपनी पत्नी से कहते हैं, "इस बार मैं ही तुम्हारा चाँद हूँ, क्योंकि मेरी ज़िंदगी अब तुम्हारे कारण ही है।"
कथा से हकीकत तक
सदियों पुरानी करवा चौथ की कथा में वीरावती अपने पति की जान बचाने के लिए देवी पार्वती से वरदान मांगती हैं। राजगढ़ की प्रिया ने इस पुरानी कथा को आज सच कर दिखाया। इस बार किसी देवी ने नहीं, बल्कि पत्नी प्रिया खुद वरदान बनकर अपने पति को नया जीवन दे गई। राजगढ़ की यह कहानी करवा चौथ की सच्ची शक्ति और समर्पण की मिसाल बन गई है।