कांवड़ यात्रा पर दिग्विजय सिंह बोले- एक देश दो कानून, लोग बोले- इसी सोच के कारण तो कांग्रेस डूबी
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 12:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक तस्वीर साझा कर कांवड़ यात्रा पर टिप्पणी की है। इस पोस्ट में एक तरफ सड़क पर फैले हुए कांवड़ यात्रियों को दिखाया गया है, वहीं दूसरी तरफ नमाज़ पढ़ रहे लोगों को पुलिस द्वारा हटाते हुए दिखाया गया है। इस तस्वीर के साथ दिग्विजय सिंह ने कैप्शन में लिखा है, "एक देश दो कानून।"
100 से ज़्यादा लोगों ने किया री- शेयर-
दिग्विजय सिंह के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर तुरंत प्रतिक्रियाएँ आनी शुरू हो गईं। पोस्ट के साझा होने के महज़ 5 घंटे के अंदर ही 200 से ज़्यादा लोगों ने इस पर टिप्पणी की और 100 से ज़्यादा बार इसे री-शेयर किया गया।
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यूज़र्स की तीखी प्रतिक्रियाएं-
कुछ यूज़र्स ने दिग्विजय सिंह की आलोचना करते हुए कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। एक यूज़र ने लिखा, "कांग्रेस इसी सोच के कारण तो डूबी है।." एक अन्य यूज़र ने टिप्पणी की, "इसीलिए लोग गरियाते हैं. संभवतः यह पूरे देश में कांवड़ यात्रा की इस तरह की पहली तस्वीर है। फिर भी हिंदू समाज इसे गलत मानने में गुरेज़ नहीं करेगा। दूसरी तरफ नमाज़ पढ़ने की जो कि पूरे देश और दुनिया की हर दिन देखी जाने वाली तस्वीर है जिसे मुस्लिम समुदाय हमेशा सही ठहराते नज़र आता है। फिर भी कांग्रेस को तुष्टिकरण का कीड़ा काट लेता है।"
यूज़र ने आगे वक़्फ़ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का उदाहरण देते हुए "एक देश दो कानून" की बात पर कांग्रेस को घेरा और इसे "तुष्टिकरण की देन" बताया. रणधीर सिंह नामक एक यूज़र ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर रहने का कारण बताते हुए कहा, "इसलिए कांग्रेस मध्य प्रदेश में 3 बार से सत्ता से बाहर है. असल मुद्दों पर सरकार को नहीं घेरते, बस यही करते हैं।"
समर्थन में भी आए यूज़र्स-
कुछ यूज़र्स दिग्विजय सिंह के समर्थन में भी खड़े हुए. शेख़ मुजीब नामक यूज़र ने दिग्विजय सिंह का बचाव करते हुए लिखा, "आपकी सच्चाई रास नहीं आएगी लोगों को. धर्मानंदता का युग है, दिमाग़ में गोबर भरा कुछ लोगों के, इसलिए अपने लिए अलग दूसरों के लिए अलग।" यह टिप्पणी दिखाती है कि समाज में इस मुद्दे पर अलग-अलग विचार हैं।