अप्रैल 2019 के बाद सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंची कच्चे तेल की कीमतें

Wednesday, Jun 16, 2021 - 06:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कच्चे तेल की कीमतों में इन दिनों उबाल जारी है। ब्रेंट (कच्चे तेल) के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल (लगभग 159 लीटर) के करीब पहुंचने वाले हैं। डिमांड में रिकवरी हो रही है यही वजह है कि क्रूड में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि WTI क्रूड अप्रैल 2019 के बाद के सबसे ऊपरी स्तर पर है। वहीं दूसरी तरफ हॉलमार्किंग के मामले में सरकार ने ज्वेलर्स को बड़ी राहत दी है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक अगस्त तक बिना हॉलमार्किंग वाली ज्वेलरी बेचने पर कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी। हॉलमार्किंग का दायरा बढ़ाते हुए इसमें सरकार ने  20, 23, 24 कैरट की ज्वेलरी को भी शामिल किया है। 

WTI क्रूड अक्टूबर 2018 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर है, वहीं ब्रेंट के दाम अप्रैल, 2019 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं। API ने कहा है कि US की क्रूड इंवेंट्री में 85 लाख बैरल की कमी आई है। अमेरिका और यूरोप में ट्रैवल को लेकर पाबंदियों में ढील दी जा रही है, वहीं ईरान में चुनाव से पहले न्यूक्लीयर डील की उम्मीद नहीं है। Vitol का कहना है कि 2021 में क्रूड 70-80 डॉलर के दायरे में रहेगा जबकि Trafigura ने कहा है कि रिजर्व घटने से क्रूड 100 डॉलर तक जा सकता है।

कच्चे तेल में आगे तेजी संभव: ब्रोकरेज फर्म

ब्रोकरेज फर्म GOLDMANS SACHS का कहना है कि आने वाले समय में कच्चे तेल में तेजी संभव है।  ब्रेंट के दाम 80 डॉलर तक जा सकता है। अमेरिका में डिमांड बढ़ने से क्रूड में तेजी बढ़ी है। WTI और Brent के बीच कीमतों का अंतर घटा है।

Hitesh

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