मुस्लिम देशों के संगठन OIC ने भारत के खिलाफ फिर उगला जहर, कश्मीरियों को लेकर कही बड़ी बात

Monday, Nov 08, 2021 - 04:41 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान एक बार फिर भारत के खिलाफ दाव चलने में कामयाब हो गया है। पाक के उकसाने पर ही  इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने  फिर कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है। विशेष दूत युसेफ एल्डोबे ने कहा है कि OIC कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करना जारी रखेगा। एल्डोबे ने यह भी कहा कि वह OIC की अगली मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान क्षेत्र की स्थिति पर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसे पेश करेंगे। उन्होंने रविवार को पाकिस्तान में ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के प्रतिनिधियों के साथ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा भी की।

 

पाकिस्तान का एकसूत्रीय एजेंडा कश्मीर को लेकर OIC को गुमराह करने का है। वह लगातार मुस्लिम देशों के इस मंच का इस्तेमाल अपने निजी हितों को साधने में करता आया है। यही कारण है कि हर बार भारत ने OIC के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसके बावजूद इस्लामिक देशों के इस संगठन ने भारत के खिलाफ बयानबाजी जारी रखी है। OIC के विशेष दूत से बैठक में पाकिस्तानी दलाल ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अल्ताफ वानी, गुलाम मोहम्मद सफी, फैज नक्शबंदी और शेख अब्दुल मतीन शामिल हुए थे। दूसरी बार पाकिस्ताान दौरे पर आए OIC के इस विशेष दूत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी दौरा किया।

 

उन्होंने पाकिस्तान परस्त इन अलगाववादी नेताओं के सामने डींगे हांकते हुए कहा कि  OIC कश्मीर के लिए समर्थन देना जारी रखेगा। OIC के इस विशेष दूत ने पाकिस्तान को खुश करते हुए कहा कि OIC लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्तावों के अनुसार जम्मू और कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी चुनावी फायदे के लिए कश्मीरियों को आत्मनिर्णय के अधिकारों का समर्थन किया था। हालांकि सच्चाई से पूरी दुनिया परिचित है कि पूरा जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसमें पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला क्षेत्र भी शामिल है।

 
ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज दुनियाभर के मुसलमान मुल्कों का रहनुमा होने का दावा करता है। 25 सितंबर 1969 में बने इस संगठन का पाकिस्तान संस्थापक सदस्य है। दुनिया में मुसलमानों की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी वाला भारत इस संगठन का सदस्य नहीं है। पाकिस्तान शुरू से ही इस संगठन का उपयोग भारत के खिलाफ करता आया है। खासकर कश्मीर मुद्दे पर कई बार ओआईसी ने भारत के खिलाफ बयान दिया है। 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से इस संगठन के तेवर भारत को लेकर काफी नरम देखने को मिले हैं।

Tanuja

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