ऑफ द रिकॉर्ड: क्या विधानसभा चुनावों में प्रचार करेंगे राहुल?

Wednesday, Oct 02, 2019 - 05:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी प्रचार करेंगे या नहीं, इसको लेकर कांग्रेस में अटकलबाजी जोरों पर है। इसको लेकर सस्पैंस इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि राहुल ने पार्टी की गतिविधियों से दूरी बना कर रखी है और उसके संपर्क में नहीं हैं। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र केरल के वायनाड जरूर जाते हैं लेकिन पार्टी के मामलों में दिलचस्पी नहीं लेते। यहां तक कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकों से भी दूर रहते हैं और उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया। 

राहुल गांधी ने पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरूआत के लिए रोहतक में एक बड़ी रैली को संबोधित करने की भूपिंद्र सिंह हुड्डा की प्रार्थना का भी जवाब नहीं दिया। जब एक अन्य नेता ने यह जानने की कोशिश की कि वह रैली को संबोधित करने के इच्छुक हैं या नहीं तो राहुल के ऑफिस ने चुप्पी साधे रखी। भले ही राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के लिए ‘न’ नहीं कहा है लेकिन वह अभी इसमें शामिल भी नहीं हुए हैं।

अगर सूत्रों की मानें तो राहुल कल महाराष्ट्र के वर्धा में गांधी आश्रम से पैदल मार्च (पदयात्रा) में हिस्सा लेंगे। हालांकि यह सही अर्थों में राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। हालांकि राहुल गांधी अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर ट्विटर पर काफी विरोध जता रहे हैं लेकिन पार्टी आधिकारिक तौर पर इस बारे ज्यादा बात नहीं कर रही। वास्तव में पार्टी ने जनता के मूड को भांपते हुए अपने नेताओं को अलग मत व्यक्त करने की आजादी दी है। 

राहुल गांधी ह्यूस्टन में हाऊडी मोदी कार्यक्रम और अन्य मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यंग्य करते रहते हैं। यही एकमात्र चीज है जिससे वह कांग्रेस के संपर्क में दिखते हैं। वर्ना वह अपना अधिकतर समय किताबें पढऩे, तुगलक रोड स्थित अपने आवास में बड़ी स्क्रीन पर टी.वी. देखने, खान मार्कीट में करीबी दोस्तों के साथ घूमने, घर पर बने जिम में कसरत करने और गैर-राजनीतिक दोस्तों से बातचीत में बिताते हैं। 

इस बात के संकेत हैं कि स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हरियाणा और महाराष्ट्र में रैलियों को संबोधित करेंगी। वहीं यू.पी. इंचार्ज प्रियंका गांधी हरियाणा जा सकती हैं क्योंकि उन पर प्रांत के नेताओं शैलजा और अन्य का काफी दबाव है। कांग्रेस की समस्या यह है कि इसके पास गांधी परिवार को छोड़कर कोई स्टार प्रचारक नहीं है और अनिश्चिता की तलवार लटक रही है इसलिए स्टार प्रचारकों की सूची नहीं जारी की गई है। यहां तक कि नवजोत सिंह सिद्धू भी ‘शीतनिद्रा’ में हैं। पार्टी अभी विधानसभा चुनावों के लिए स्टार प्रचारकों की विस्तृत सूची तैयार करने में जुटी हुई है। 

Pardeep

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