ऑफ द रिकार्ड: गुलाम नबी को क्यों दिखाया बाहर का रास्ता

Wednesday, Jan 30, 2019 - 05:15 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी गुलाम नबी आजाद से काफी खफा हैं। उनकी पहली नाराजगी इस बात को लेकर थी कि वह नेताओ व कार्यकत्र्ताओं से मिल-जुल नहीं रहे थे। उन्हें यू.पी. का प्रभारी बनाया गया था लेकिन वह किसी के साथ मिलते नहीं थे।

सूत्र तो यह भी बताते हैं कि वह हमेशा राज्यसभा में या कहीं और विपक्ष के नेताओं के साथ बैठकों में ही व्यस्त रहते थे लेकिन उनके पास यू.पी. कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की कोई योजना नहीं थी।

गुलाम नबी आजाद ने यह घोषणा की कि कांग्रेस यू.पी. में सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन इसके बाद पता चला कि राहुल की ऐसी कोई योजना नहीं है। राहुल की प्राथमिकता यह है कि सपा-बसपा जिन्होंने कांग्रेस के लिए मात्र 2 ही सीटें छोड़ी हैं, को बिना नाराज किए मोदी और शाह को मात दी जाए। 

राहुल ने यह साफ किया है कि पार्टी उम्मीदवारों का चयन उस आधार पर होगा जिसके दम पर भाजपा को हराया जाए और पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत सके। अब गुलाम नबी आजाद के लिए हरियाणा लिटमस टैस्ट होगा जहां हुड्डा, शैल्जा, रणदीप सुर्जेवाला व अशोक तंवर के गुटों में बंटी कांग्रेस को इकट्ठा करने की चुनौती उनके समक्ष होगी। 

Pardeep

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