ऑफ द रिकॉर्डः अब क्या करें सोनिया गांधी?

Thursday, Nov 21, 2019 - 05:31 AM (IST)

नेशनल डेस्कः गांधी परिवार में अजीब चीजें हो रही हैं जो समझ से बाहर हैं और ऐसी स्थिति में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष को काफी मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें सारी सियासी लड़ाई अकेले लडऩी पड़ रही है क्योंकि राहुल गांधी ने खुद को राजनीतिक गतिविधियों से पूरी तरह अलग कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि वह आजकल काफी हताश और निराश महसूस कर रहे हैं क्योंकि चीजें उस तरह से आगे नहीं बढ़ीं जैसा कि वह चाहते थे। यही कारण रहा कि कम्बोडिया के दौरे से वापस आने के शीघ्र बाद वह ब्राजील के दौरे पर चले गए। 

गत शुक्रवार रात राहुल गांधी वापस दिल्ली लौटे और घर पर ही रहे लेकिन पार्टी कार्यकत्र्ताओं को इस बात से गहरा झटका लगा कि सोमवार को संसद सत्र के पहले ही दिन वह सदन से गायब रहे। यहां तक भी सब ठीक था। सोनिया गांधी घर में अकेली थीं क्योंकि प्रियंका गांधी संक्षिप्त हॉलीडे पर शिमला गई हुई हैं, ऐसे में घर में राहुल गांधी ही थे जो इस उम्र में मां को सपोर्ट कर सकते थे जो इन दिनों मौसम की स्थिति को देखते हुए ज्यादा फिट नहीं हैं लेकिन कुछ ज्यादा हैरानीजनक हुआ।

मंगलवार को राहुल गांधी शक्ति स्थल नहीं गए जहां स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही थी। इस मौके पर डा. मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, मोती लाल वोरा, अहमद पटेल और पूरी कांग्रेस कार्य समिति स्व. गांधी को श्रद्धांजलि देने पहुंची थी लेकिन राहुल की गैर-मौजूदगी यहां भी खटक रही थी। इससे कांग्रेस जनों को काफी आघात पहुंचा क्योंकि वह यहां होते हुए भी श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे और अपने 12 तुगलक लेन घर पर सोते रहे या फिर कुछ और करते रहे। वह संसद के केन्द्रीय हाल में भी श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे जहां सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के साथ-साथ एल.के. अडवानी भी विशेष रूप से पहुंचे हुए थे।

इससे भी ज्यादा खराब बात यह हुई कि लोकसभा में प्रश्रकाल के दौरान वह हाजिर नहीं थे जबकि उन्होंने दो प्रश्र पूछे थे लेकिन उनका उत्तर सुनने के लिए वह उपस्थित नहीं थे। इस बात से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी नाराज दिखे क्योंकि संबंधित सदस्य ने अपनी अनुपस्थिति के बारे में जानकारी तक नहीं दी थी। अब ऐसी स्थिति में आखिर सोनिया गांधी क्या करें?

Pardeep

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