ऑफ द रिकॉर्डः ‘अर्श से फर्श पर आए भाजपा के उभरते सितारे राम माधव’

Wednesday, Nov 11, 2020 - 04:48 AM (IST)

नई दिल्लीः ऐसा लगता है कि भाजपा का एक उभरता सितारा राम माधव अब पार्टी आलाकमान की आंखों का तारा नहीं रहा। वह जम्मू-कश्मीर व उत्तर-पूर्व के प्रभारी थे। जब उन्हें महासचिव पद से हटाया गया तब यह माना जा रहा था कि उन्हें राज्यसभा सीट दी जाएगी और जब भी फेरबदल होगा तो उन्हें संभवत: मंत्री पद दिया जाएगा। 

ऐसी भी आशा थी कि उन्हें उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा जाएगा जहां भाजपा का 10 में से 8 सीटें जीतना तय था, परंतु उनका नाम सूची में नहीं आया। अब वह कर्नाटक की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए कोशिश कर रहे हैं। परंतु यहां भी कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि हाईकमान की ओर से कोई संकेत नहीं मिला है। 

अब यह बात पता चली है कि वह अपना साऊथ एवेन्यू वाला फ्लैट खाली कर रहे हैं जो उन्हें पार्टी के महासचिव की हैसियत से मिला था। अव राम माधव क्या करेंगे, यह अभी पता नहीं चल पाया है। पार्टी के अंदर के जानकारों का कहना है कि राम माधव को कई अन्य पूर्णकालिक कार्यकत्र्ताओं की तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) द्वारा भाजपा में भेजा गया था। आर.एस.एस. के साथ-साथ उन्होंने भाजपा में रहते हुए संघ परिवार की जम्मू-कश्मीर नीति गढऩे में महती भूमिका निभाई। 

इसके अलावा उन्होंने उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में सरकारें बनवाने में भी मदद की। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले राम माधव ‘इंडिया फाऊंडेशन’ चलाते थे जिसने अमरीका व अन्य देशों में मोदी के लिए काम किया। अब वह वापस आर.एस.एस. में लौट सकते हैं या उन्हें कोई नया काम सौंपा जा सकता है। एक रिपोर्ट यह है कि अब उन्हें कोई राजनीतिक भूमिका नहीं दी जाएगी। उन्हें आर.एस.एस. में क्या काम मिलता है यह तो नहीं मालूम परंतु इतना तो साफ है कि राम माधव अर्श से फर्श पर आ गए हैं।       

Pardeep

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