ऑफ द रिकॉर्डः रेलवे और विमानन सेवा को 3 महीने में 60,000 करोड़ रुपए का नुक्सान

Friday, Oct 09, 2020 - 05:04 AM (IST)

नई दिल्लीः एक चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन के तहत सरकार ने बताया कि 2 सैक्टर रेलवे और विमानन सेवा को 3 माह में 60 हजार करोड़ का नुक्सान हुआ है। रेल मंत्री पीयूष गोयल जो हमेशा विपक्ष के हमलों में घिरे रहते हैं, ने खुलासा किया कि रेलवे रैवेन्यू में 27,731.41 करोड़ का नुक्सान हुआ।

अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त 2020 के अंत में यात्री यातायात से 17,574.60 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। इसके अलावा, रेलवे ने 12 अगस्त, 2020 तक 3,371.50 करोड़ रुपए रिफंड किए थे। हालांकि, इस दौरान फ्रेट रेवेन्यू लॉस 6,785 करोड़ रुपए था। 

यह पिछले साल की तुलना में 46,433.37 करोड़ रुपए से गिरकर 39,648.02 करोड़ रुपए हो गया लेकिन इस अवधि के दौरान अनुमानित 12 प्रतिशत वृद्धि को दर्ज करने की बजाय यात्री यातायात आय में 42 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। अच्छी खबर यह है कि नवीनतम डाटा के अनुसार, पिछले साल सितम्बर की तुलना में माल ढुलाई में इस बार 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

नागरिक उड्डयन और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खुलासा किया कि निजी एयरलाइंस, कार्गो, हवाई अड्डा संचालकों और अन्य का कुल राजस्व घाटा 32,252 करोड़ रुपए है। लॉकडाऊन के कारण एयर इंडिया को भी 5,535 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ। निजी विमानन क्षेत्र में भी 18,000 से अधिक नौकरियों का नुक्सान हुआ। 

निजी कैरियरों को 21,866 करोड़ रुपए और एयरपोर्ट ऑप्रेटरों को 4,851 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ जबकि निजी एयरलाइंस में 5,298, हवाई अड्डों में 3,246, ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ में 8,466 और कार्गो में 1,017 नौकरियों का नुक्सान हुआ। वहीं शिपिंग, पैट्रोलियम, दूरसंचार, परिवहन जैसे अन्य क्षेत्रों के आंकड़ों का संबंधित मंत्रालयों द्वारा अब तक खुलासा नहीं किया गया है।

Pardeep

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