ऑफ द रिकॉर्ड: नरेन्द्र मोदी की बारामती रैली रद्द

Tuesday, Apr 23, 2019 - 05:31 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने बारामती की अपनी रैली को रद्द कर एन.सी.पी. सुप्रीमो शरद पवार को यह संदेश साफ दे दिया है कि चुनावों के बाद वह उनके साथ काम कर सकते हैं। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले यहां से भाजपा नेता कंचन कुल के सामने चुनावी समर में हैं। यहां मोदी ने खुद रैली को संबोधित करने की बजाय अमित शाह को भेजा। इस सीट पर मंगलवार को चुनाव होगा। भाजपा के स्थानीय नेता मोदी का इंतजार कर रहे थे ताकि वह यहां आकर पवार के वर्चस्व को चुनौती दे सकें। 

मोदी ने महाराष्ट्र में पिछली 7 रैलियों में पवार पर वंशवाद की राजनीति को लेकर जमकर हमला बोला था, लेकिन अपनी रैली को रद्द कर कुछ हद तक मोदी ने एन.सी.पी. को राहत दी है, वहीं भाजपा कार्यकत्र्ताओं को निराश किया है। हालांकि जो यह जानते हैं कि मोदी बिना कारण कुछ नहीं करते । मोदी को ऐसी फीड बैक मिली है कि महाराष्ट्र की 48 सीटों में से एन.सी.पी. को 9-12 व कांग्रेस को 8-10 सीटें मिलने का अनुमान है। इसलिए मोदी की सोच है कि अगर लोकसभा में उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो वह एन.सी.पी. टाइप दलों से समर्थन ले सकते हैं। 

यह भी हैरत वाली बात है कि मोदी पवार पर भ्रष्टाचार को लेकर भी हमलावर नहीं हैं। उन्होंने केवल 2 बार ही पवार को भ्रष्टाचार पर घेरा। उन्होंने लातूर में एक जनसभा में कांग्रेस के साथ जाने पर पवार के विवेक पर सवाल किया था और हैरानी जताई थी। उन्होंने कहा कि पवार जैसे सम्मानित नेता को कांग्रेस जैसी बांटने वाली पार्टी के साथ नहीं जाना चाहिए। यही बात उन्होंने अहमदनगर में भी कही थी। इस रैली में भी मोदी ने पवार को एक राष्ट्रवादी नेता बताया था। 

Pardeep

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