ऑफ द रिकॉर्ड: मोदी करेंगे लोकसभा अध्यक्ष के नाम का फैसला

Sunday, Jun 16, 2019 - 04:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी तक लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपनी पसंद के बारे में कोई संकेत नहीं दिया। सुमित्रा महाजन के स्थान पर नए अध्यक्ष का चुनाव 19 जून को होगा। 17-18 जून को नवनिर्वाचित 542 सदस्यों को शपथ दिलाने की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद यह चुनाव होगा। 2014 में अध्यक्ष के रूप में सुमित्रा महाजन के नाम की घोषणा की प्रक्रिया से जुड़े नेताओं ने स्मरण करवाया कि प्रधानमंत्री ने सुबह 10 बजे संसद भवन में पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई और सुमित्रा महाजन के नाम की घोषणा कर दी। 

प्रधानमंत्री ने पहले उनको फोन किया और बाद में उनके नाम की घोषणा की, वैसी प्रक्रिया का फिर से अनुसरण हो सकता है। अध्यक्ष के नाम का फैसला 18 जून की शाम को या 19 जून की सुबह को लिया जा सकता है। यद्यपि 5 बार के सांसद जुआल ओराम का नाम इस सूची में सबसे ऊपर है। वह एक आदिवासी नेता हैं और उन्हें मंत्री भी नहीं बनाया गया लेकिन उनके अध्यक्ष चुने जाने की सम्भावना कम है। मेनका गांधी इस दौड़ में लगातार बनी हुई हैं। वह 8 बार की सांसद व वरिष्ठ नेता हैं। उनको भी इस बार सरकार में शामिल नहीं किया गया। एस.एस. आहलूवालिया (पश्चिम बंगाल) सबसे अनुभवी नेता हैं और उन्होंने संसद के दोनों सदनों में 29 वर्ष का कार्यकाल पूरा किया है और अब वह छठी बार निर्वाचित हुए हैं। 

लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए 6 बार से भाजपा सांसद भरूच के मनसुख भाई वसावा भी हैं, वह मोदी की पिछली सरकार में राज्य मंत्री थे। अगर मोदी ने किसी गुजराती के नाम का फैसला किया तो फिर वसावा का अध्यक्ष बनना यकीनी है। मध्य प्रदेश से 11वीं लोकसभा से लगातार 7वीं बार सांसद बने डा. वरिन्द्र कुमार इस पद के सशक्त दावेदार हैं। वह अनुसूचित जाति के हैं। उन्हें प्रोटैम अध्यक्ष बनाया गया है और उनके अध्यक्ष बनने की सम्भावना उज्ज्वल नहीं। अब केवल पूर्व कृषि मंत्री और लोकसभा के 6वीं बार चुने गए बिहार के सांसद राधामोहन सिंह का नाम ही बचा है।

 
 

Pardeep

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