ऑफ द रिकॉर्डः चीन के एक्यूपंक्चर को मोदी की ‘हां’

Friday, Mar 08, 2019 - 05:17 AM (IST)

नेशनल डेस्क: संकट से जूझ रहे चीन के लिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ी राहत देते हुए वहां की प्राचीन इलाज पद्धति एक्यूपंक्चर को देश में लांच करने की अनुमति दे दी है।

स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा इसे स्वायत्त स्वास्थ्य पद्धति के रूप में मान्यता दे दी गई है। यह प्रक्रिया एक साल से चल रही थी लेकिन इसकी मंजूरी पिछले साल ही मिली और इसको बहुत जोरों-शोरों से प्रचारित नहीं किया गया। चीन की इस चिकित्सा पद्धति को यहां पढ़ाया भी जा सकेगा। इसके साथ ही यहां इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इलाज के लिए मैडीकल, पी.जी. कॉलेज व देश भर में क्लीनिक खुलने का रास्ता भी साफ हो गया है।

शायद भारत सरकार की तरफ से की गई इस पहल को चीन द्वारा बड़े पैमाने पर भारतीय योग पद्धति के लिए दरवाजे खोलने के जवाब में देखा जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने आश्वस्त किया है कि चीन की इस चिकित्सा पद्धति को प्रोत्साहित और नियमित करने के लिए 10 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें रोचक बात यह है कि एक्यूपंक्चर को आयुष मंत्रालय ने बाहर रखा था। आयुष मंत्रालय ही होम्योपैथी, आयुर्वेद यूनानी व योग आदि का संचालन करता है।

इसमें मजे की बात यह है कि सरकार ने एक्यूपंक्चर के प्रशासिनक नियंत्रण को किन्हीं कारणवश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत रखा है। देश भर में एक्यूपंक्चर से संबंधित कॉलेज व पी.जी. पाठ्यक्रमों के लिए तीन महीने के भीतर सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए भारतीय काऊंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च की अगुवाई में एक विशेषज्ञ कमेटी बनाई गई है।

Pardeep

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