ऑफ द रिकॉर्ड: तीन तलाक बिल पारित करवाने के लिए मोदी प्रतिबद्ध

Wednesday, Jul 24, 2019 - 05:41 AM (IST)

नेशनल डेस्क: राजग में ही कुछ आवाजें ऐसी उठ रही हैं जो चाहती हैं कि विवादास्पद तीन तलाक बिल संसद के मौजूदा सत्र में पेश न हो लेकिन मोदी और शाह इस बिल को पारित करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे चाहते हैं कि नया तीन तलाक बिल इस सत्र में ही पास हो। हालांकि जम्मू-कश्मीर से जुड़ी धारा 370 व 35-ए को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। 

सरकार तीन तलाक बिल को पास करवाने के अपने वायदे से किसी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं है, भले ही उसका बड़ा साथी जद (यू) इस बिल के खिलाफ है। इस संबंध में एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का कहना है कि हमें मिले विशाल जनादेश के चलते हम इस बिल को पास करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इस बात में कोई शक नहीं है कि लोकसभा में इस बिल को पास करवाने के लिए भाजपा के पास पर्याप्त संख्या बल है। यहां भाजपा को अपने साथियों के समर्थन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी जबकि राज्यसभा में इसे बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा जहां उसके पास 240 में से केवल 78 सदस्य ही हैं। इसके अतिरिक्त शिवसेना के 3, अकाली दल के 3, 3 नामित और 4 आजाद सदस्यों को जोड़कर उसका संख्याबल 91 तक ही पहुंचता है। इसके साथ-साथ भाजपा को नॉर्थ ईस्ट व एल.जे.पी. के 6 सांसदों का भी समर्थन है। यही नहीं, भाजपा को आशा है कि उसे बीजद (7) व ए.आई.डी.एम.के. (13) का समर्थन मिल जाएगा।

एन.सी.पी. जिसकी वर्तमान में सदस्य संख्या 4 है, ने भी संकेत दिए हैं कि वह भी इस बिल का विरोध नहीं करेगी व मतदान के दिन अनुपस्थित रह सकती है। इसके अतिरिक्त वाई.एस.आर. व पी.डी.पी. के अनुपस्थित रहने का अंदेशा है। इस बात की भी संभावना है कि जनता दल (एस) भी भाजपा के पक्ष में हो सकता है। इस तरह से 9 सदस्यों के अनुपस्थित रहने व 5 खाली सीटों के चलते कुल 231 में से भाजपा की 117 सीटें हो जाएंगी जो मैजिक फिगर से ज्यादा हैं। इसके अतिरिक्त भी भाजपा को यह उम्मीद है कि जब दोनों सदनों में बिल पर मतदान होगा तो कई और सदस्य भी उस दिन संसद से अनुपस्थित रह सकते हैं। 

Pardeep

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