ऑफ द रिकॉर्ड: कांग्रेस के पास संसाधनों की कमी

Wednesday, Apr 17, 2019 - 04:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मौजूदा चुनावी माहौल में कांग्रेस पार्टी न केवल संसाधनों की कमी से जूझ रही है बल्कि उसे नकदी व हैलीकॉप्टर के साथ-साथ दूसरे वाहनों व मैटीरियल के लिए भी जूझना पड़ रहा है। पार्टी हाईकमान द्वारा हर कांग्रेसी प्रत्याशी को 25 से 50 लाख भेजने के बावजूद भी वे संसाधनों के लिए तरस रहे हैं। हाईकमान ने सभी प्रत्याशियों को कह डाला है कि बाकी का प्रबंध वे अपने बूते करें। महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार जोर पकड़ चुका है जहां कांग्रेस 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

संसाधनों के लिहाज से पार्टी को मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ से काफी मदद मिल रही थी लेकिन आयकर विभाग की देशभर में चली छापेमारी ने सारी प्रचार मुहिम की हवा निकाल दी। पहले चरण में 91 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस यू.पी. की 25 पर,  महाराष्ट्र की 2, उत्तराखंड की 5, छत्तीसगढ़ की 5, असम की 1 व नॉर्थ-ईस्ट की 5 विषम सीटों पर पूरी गंभीरता से लड़ी। कांग्रेस आंध्र व तेलंगाना की 42, पश्चिम बंगाल की 2 व ओडिशा की 4 सीटों पर मुकाबले से बाहर है। 

हालांकि पार्टी के पास छत्तीसगढ़, उत्तराखंड व पश्चिमी यू.पी. में संसाधनों की कमी नहीं है क्योंकि वहां पार्टी के पास हर लिहाज से मजबूत उम्मीदवार हैं। महाराष्ट्र की राज्य इकाई के अध्यक्ष अशोक चव्हाण पार्टी कार्यकत्र्ताओं में जोश जगाने में असफल रहे जबकि वह 3 साल तक राज्य के सी.एम. रहे। कांग्रेस के सामने संसाधनों का यह संकट और गहराएगा जब बचे 6 चरणों का चुनाव होगा। 

Pardeep

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