ऑफ द रिकॉर्डः ‘आजाद की विदाई के बाद कांग्रेस में नेता विपक्ष पद के लिए मची होड़’

Wednesday, Feb 10, 2021 - 05:45 AM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य सांसदों ने अत्यंत भावुक होकर चाहे गुलाम नबी आजाद को राज्यसभा से विदाई दी है परंतु आजाद की विदाई से कांग्रेस में झगड़े का प्रवेश हो गया है। दरअसल आजाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे और अब इस पद पर विराजमान होने के लिए कांग्रेस नेताओं में होड़ मची हुई है। 

आजाद 6 साल से इस अहम पद पर थे परंतु नामालूम कारणों से कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें पिछले साल विस्तार नहीं दिया। इससे साफ है कि हाईकमान उनसे खुश नहीं था। अब आजाद के जाने के बाद इस पद की दौड़ में कई नेता शामिल हैं जिनमें प्रमुख रूप से हैं राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह। 

वैसे कांग्रेस अभी नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है, ऐसे में राज्यसभा में नेता विपक्ष का पद भी खाली हो गया है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि मौजूदा हालात में कांग्रेस हाईकमान सुरक्षित चाल के रूप में खडग़े को यह पद सौंपना चाहता है जो 2019 में चुनाव हारने तक 2014-19 तक लोकसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करते रहे। आनंद शर्मा के लिए संभावनाएं इसलिए कम हैं क्योंकि वह उस ग्रुप-23 में शामिल रहे हैं जिसने पिछले वर्ष नेतृत्व के खिलाफ लैटर बम फोड़ा था। 

हालांकि आनंद शर्मा ने नेतृत्व को मनाने की कोशिश की परंतु पार्टी नेता राहुल गांधी ने उनकी एक नहीं सुनी। राहुल गांधी राज्यसभा से पार्टी नेताओं से इसलिए खफा हैं कि वे लोकसभा के अपने समकक्षों से तालमेल नहीं रखते हैं। पी. चिदम्बरम भी इस पद पर नजरें गड़ाए हुए हैं तथा पार्टी के कई नेताओं का कहना है कि सबसे अधिक अनुभव रखने के कारण वह इस पद के लिए सबसे योग्य हैं। नेता विपक्ष का पद कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है तथा उससे कई लाभ जुड़े होते हैं। 

Pardeep

Advertising