ऑफ द रिकॉर्डः घटिया सामान बनाने वाली 130 चीनी कंपनियों पर बैन

Tuesday, Oct 13, 2020 - 05:09 AM (IST)

नई दिल्लीः चीनी मूल की कंपनियों को घरेलू बाजार में घटिया उत्पाद बेचने से रोकने के लिए सरकार 130 चीनी कंपनियों के उत्पादों के आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा चुकी है। इनमें 7 मोबाइल फोन कंपनियां भी शामिल हैं। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इन कंपनियों पर 2015 से नजर रखी जा रही थी। ये निर्देश इन उत्पादों के उपयोग के दौरान तापमान बढऩे तथा आग लगने की शिकायतों के बाद दिए गए थे। ये उत्पाद बिजली के झटके तथा विकिरण के खतरे के प्रति भी सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे। 

जिन चीनी कंपनियों के उत्पादों पर रोक लगाई गई, वे बड़े पैमाने पर प्रोग्रामिंग पर्सनल कम्प्यूटर, बैटरी, माइक्रोवेव अवन, सैट टॉप बॉक्स, प्रिंटर, स्कैनर, यू.पी.एस., पावर अडॉप्टर, प्रोजैक्टर, एम्प्लीफायर, एल.ई.डी. टी.वी., टैब्लेट तथा वायरलैस बोर्ड बनाने का काम करती हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने भी हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा के मानसून सत्र में यह स्वीकार किया कि भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस.) द्वारा तय किए गए संरक्षा मानकों के पालन में विफल रहने वाले उत्पादों की भारत में बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। उत्पादों की गुणवत्ता की जांच बी.आई.एस. की पंजीकृत प्रयोगशालाओं में की जाती है। 

मंत्रालय द्वारा भी इन अधिसूचित वस्तुओं की निगरानी की जाती है। सरकार के इस कदम से चीन से होने वाले आयात में कमी आएगी, वहीं चीनी कंपनियां सस्ता माल बेचने के लिए गुणवत्ता से समझौता करने से भी नहीं हिचकतीं। यहां तक कि कई मामलों में देखा गया है कि ये इस्तेमाल किए गए कलपुर्जे भी उत्पादों में लगा देती हैं। 

चीन में इस सामान को पास करा दिया जाता है लेकिन असली परेशानी भारतीय ग्राहकों तथा कारोबारियों को उठानी पड़ती है। गुणवत्ता के मामले में भारतीय कंपनियों ने देशी-विदेशी बाजार में अच्छी साख बनाई है। सरकार के इस कदम का फायदा निश्चित रूप से देशी कंपनियों को मिलना चाहिए। 

Pardeep

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