ऑफ द रिकॉर्ड: क्या भूमिका निभाएंगे पवार

Friday, May 17, 2019 - 05:21 AM (IST)

नेशनल डेस्क: 19 मई को समाप्त होने वाले 7वें चरण के चुनावों के साथ ही सत्ता के गलियारे में इस बात की चर्चाएं जोर पकडऩा शुरू देंगी कि महाराष्ट्र के शक्तिशाली नेता त्रिशंकु लोकसभा की स्थिति में क्या भूमिका निभाएंगे। यदि एक रिपोर्ट की मानें तो पवार 19 मई को अपने शहर आ जाएंगे और अगली सरकार बनने तक वहीं रहेंगे। हालांकि यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि 17वीं लोकसभा में भाजपा व कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेंगी। 

राहुल व शरद की मुलाकात के अतिरिक्त अभी तक कोई दूसरी बैठक तय नहीं हुई है। पवार समान विचारधारा के दलों के नेताओं से भी मिलेंगे। अभी तक विपक्षी पार्टियों के नेताओं की संयुक्त बैठक तय नहीं है। शरद पवार ने विपक्ष के उस सुझाव को भी नकार दिया है जिसमें कहा गया था कि सरकार निर्माण की प्रक्रिया को लेकर 21 मई को विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिले। पवार को लगता है कि मोदी विपक्ष को एकसूत्र में बांधे रखने वाली ताकत हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि अगर सीटों की संख्या सही आ गई तो विपक्ष को बिना देरी किए एकजुट हो जाना चाहिए। 

वास्तव में मोदी के सहयोगी आजकल विपक्षियों की अपेक्षा कुछ ज्यादा डरे हुए हैं इसलिए विपक्ष को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद 24 से 36 घंटों के भीतर अपना नेता चुन लेना चाहिए ताकि सही समय पर 24 मई को राष्ट्रपति के सम्मुख बिना किसी देरी के सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सके। ममता पहले ही कह चुकी हैं कि हम सब यह तय करेंगे कि हमारा नेता कौन होगा और कौन सरकार चलाएगा। पवार गैर-कांग्रेसी दलों जैसे टी.आर.एस., वाई.एस.आर. व 10 अन्य छोटे दलों से भी बात करेंगे। 

Pardeep

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