NSG कमांडो को अब इस कड़ी ट्रेनिंग का भी करना होगा सामना

Sunday, Jun 24, 2018 - 03:59 PM (IST)

नई दिल्ली: देश में आतंकवाद निरोधक और अपहरण निरोधक अभियानों को अंजाम देने वाले ‘ब्लैक कैट’ कमांडो बनने के इच्छुक सैनिकों के लिए एनसजी ने नए एवं व्यापक मनोवैज्ञानिक परीक्षण की शुरुआत की है। प्रतिष्ठित बल में शामिल करने के लिए संघीय बल अभी तक सेना और अद्र्धसैनिक बल के जवानों को शारीरिक एवं मानसिक श्रम के माध्यम से तैयार करता था। 
 

केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में शामिल होने के इच्छुक सैनिकों को ब्रिटेन और जर्मनी के विशिष्ट आतंकवाद निरोधक बल के आधार पर तैयार किया जाता था। अब जवानों को कमांडो रूपांतरण पाठ्यक्रम (सीसीसी) के तहत तीन महीने के लिए विशेष मनोवैज्ञानिक जांच और सवालों से गुजरना होगा। 

उन्होंने कहा कि बल में शामिल होने के लिए जवानों को शारीरिक एवं मानसिक मानकों के मुताबिक मनोवैज्ञानिक परीक्षा में भी एक निश्चित प्राप्तांक हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि बल के कमांडो चयन समिति में पूर्णकालिक मनोवैज्ञानिक की ‘काफी’ जरूरत है और इस क्षेत्र के विशेषज्ञों को हाल में एनएसजी में शामिल किया गया है। 

Punjab Kesari

Advertising