अब इस शहर में Dogs के बाद होगी आवारा बिल्लियों की नसबंदी, जानें इस योजना पर कितने होंगे खर्च?
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 02:05 PM (IST)
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नेशनल डेस्क। अब तक आवारा कुत्तों की नसबंदी का अभियान चला रहे नासिक नगर निगम ने अब आवारा बिल्लियों की नसबंदी करने का भी निर्णय लिया है। नगर निगम के पशुपालन विभाग ने राज्य मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर यह कदम उठाया है। इस अभियान का उद्देश्य शहर में बढ़ती आवारा बिल्लियों की संख्या पर नियंत्रण पाना है ताकि इससे होने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सके।
10 लाख रुपये का बजट किया गया तय
इस अभियान के लिए नासिक नगर निगम ने बजट में 10 लाख रुपये का प्रावधान किया है। अप्रैल माह में एक विशेषज्ञ संस्था को नियुक्त किया जाएगा जो बिल्लियों को पकड़कर उनकी नसबंदी करेगी। प्रत्येक बिल्ली की नसबंदी पर 1650 रुपये का खर्च आएगा। पहले चरण में 606 बिल्लियों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान से शहर में आवारा बिल्लियों की संख्या में कमी लाई जा सकेगी जिससे बीमारियों का फैलाव, सड़क पर शोर और अन्य परेशानियों पर काबू पाया जा सकेगा।
बिल्लियों की नसबंदी करना अधिक चुनौतीपूर्ण
कुत्तों के मुकाबले बिल्लियों को पकड़ना अधिक कठिन होता है क्योंकि बिल्लियां चपल और सतर्क होती हैं। इसलिए बिल्लियों को पकड़ने के लिए एक विशेषज्ञ संगठन को नियुक्त किया जाएगा जो जाल बिछाकर उन्हें पकड़ेगा। यह प्रक्रिया बहुत सावधानी से की जाएगी ताकि बिल्लियों को कोई नुकसान न हो। नसबंदी के बाद बिल्लियों को उसी स्थान पर छोड़ दिया जाएगा जहां से उन्हें पकड़ा गया था।
एक लाख से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी
यह अभियान नासिक नगर निगम द्वारा 2007 से चलाए जा रहे आवारा कुत्तों की नसबंदी अभियान का विस्तार है। अब तक इस अभियान के तहत एक लाख से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इस पहल से न केवल कुत्तों और बिल्लियों की संख्या बढ़ने से रोका जा सकेगा बल्कि इससे मानव-जानवरों के बीच तालमेल भी बेहतर होगा।
नगर निगम का सकारात्मक कदम
नासिक नगर निगम का यह कदम शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में सहायक होगा। नसबंदी अभियान से न केवल जानवरों की संख्या में कमी आएगी बल्कि यह समाज में पालतू और आवारा जानवरों के लिए एक बेहतर वातावरण भी बनाएगा।
बता दें कि इस अभियान से नासिक शहर में संतुलित और सुरक्षित वातावरण बनाने में मदद मिलेगी जहां जानवरों और मनुष्यों के बीच बेहतर सामंजस्य होगा।