चुनावों की घोषणा के बाद बगावत करने वाले पार्षदों के कारण बताओ नोटिस हो रहे वायरल

Thursday, Nov 08, 2018 - 08:15 PM (IST)

 कठुआ (गुरप्रीत रैना) : नगर परिषद कठुआ के प्रधान, उपप्रधान चुनावो की घोषणा के बाद ही चुनावी हलचलें तेज हो रही हैं। नगर चुनावों में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने वाले पार्षदों द्वारा भगावत कर भाजपा में शामिल होना कांग्रेस हाईकमान को नागवार गुजर रहा है। कुल जीते पांच पार्षदों में से चार द्वारा भाजपा का दामन थामने से पार्टी हाईकमान भी सकते में आ गई है। अब हाल ही में उपप्रधान एवं उपप्रधान पदों के लिए चुनावों की घोषणा के बाद कांग्रेस द्वारा भगावत कर भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों को जारी कारण बताओ नोटिस भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पार्टी के जिला प्रधान डॉ मनोहर लाल शर्मा की ओर से बगावत करने वाले तमाम पार्षदों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए जबाव को कहा है।

गत २६ अक्तूबर को जारी हुए नोटिस का हालांकि अब तक किसी ने जबाव नहीं दिया है। लेकिन गत दो दिन पहले उक्त पदों के लिए चुनावी घोषणा के बाद कांग्रेस की ओर से विहिप भी जारी किया जा रहा है जिसमें आजाद उम्मीदवार एवं प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे राजेंद्र सिंह बब्बी को समर्थन देने को कहा गया है। एक तरह से इस तरह की चुनावी रणनीतियां एवं गतिविधियों से राजनीतिक माहौल भी गर्मा रहा है। 
 


कांग्रेस का कठुआ में सफाया हो चुका है : नरेश
 कांग्रेस की टिकट से चुनाव जीतने के बाद भाजपा में जाने वाले नरेश शर्मा ने वायरल हो रहे कारण बताओ नोटिस और विहिप पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस का कठुआ से सफाया हो चुका है। कठुआ से पांच पार्षद जीते थे और उनमें से अब एक ही रह गया है। उन्होंने कहा कि अब तो कारण बताओ नोटिस आदि वायरल हो रहे हैं वो पुरानी डेट आदि लगाकर वायरल किए जा रहे हैं। उन्होंने चार पार्षदों के साथ भाजपा का दामा थामा है और अब उनका कांग्रेस से कोई लेना देना ही नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हेें कोई कारण बताओ नोटिस या विहिप संबंधी कापी नहीं मिली है और न ही उनका कुछ इससे लेना देना है। आपको बता दें कि भाजपा के विजयी आठ पार्षदों के अलावा कांग्रेस के चार पार्षदों द्वारा भाजपा में शामिल होने से भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा है। भाजपा की ओर से नगर परिषद कठुआ के प्रधान पद के उम्मीदवार भी कांग्रेस की टिकट से चुनाव जीत भाजपा में शामिल होने वाले नरेश शर्मा हैं। 


बगावत करने वाले पार्षदों से मांगा गया है जबाव : डॉ मनोहर लाल 

 रियासत के पूर्व वित्त राज्यमंत्री एवं जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान डॉ मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ा है। जबकि बाद में किसी और पार्टी के साथ चले गए। जोकि डेमोक्रेटिक तरीके से भी सही नहीं है। यही नहीं नरेश शर्मा पार्टी विरोधी गतिविधियों में भी पाए गए।  ऐसा करने पर ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। गत २६ अक्तूबर से उन्हें नोटिस जारी किया गया है और अब तक इसका कोई जबाव नहीं आया है। अगर पार्षदों की ओर से कोई जबाव नहीं आता है तो फिर संगठनात्मक कार्रवाई संभव होगी। विहिप आदि जारी करना पार्टी का गोपनीय कार्य होता है। 
 
 

Monika Jamwal

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