नोटबंदी के 50 दिन: सिर्फ 1% ब्लैकमनी ही जब्त कर पाई मोदी सरकार!

Thursday, Dec 29, 2016 - 01:39 PM (IST)

नई दिल्ली: मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के 50 दिन पूरे हो गए हैं। सरकार के द्वारा दिया गया समय कल खत्म हो जाएगा। लेकिन 15.4 लाख करोड़ की करंसी चलन से बाहर की गई थी। इसमें से 14 लाख करोड़ रुपए के नए नोट या तो बदले गए या जमा किए गए। नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500-1000 के पुराने नोट बंद करने के जो कारण बताए थे, उनमें ब्लैकमनी रोकना भी एक मकसद था। अलग-अलग एजेंसियों का अनुमान है कि नोटबंदी के वक्त देश में 3 लाख करोड़ की ब्लैकमनी मौजूद थी। वहीं, सरकार के आंकड़े कहते हैं कि अब तक 3600 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी देशभर में चली कार्रवाई के दौरान जब्त की गई। इस लिहाज से नोटबंदी के 50 दिन में सरकार 1% से थोड़ी ज्यादा ही ब्लैकमनी जब्त कर पाई।

एक खबर के मुताबिक नोटबंदी से पहले 17 लाख करोड़ रुपए करंसी चलन में थी। जब 500-1000 के पुराने नोटों को बंद किया गया। 15.4 लाख करोड़ की करंसी चलन से बाहर हो गई। कोटक सिक्युरिटीज और केयर रेटिंग के अनुमान के मुताबिक, 17 लाख करोड़ में से 3 लाख करोड़ रुपए ब्लैकमनी के रूप में मौजूद थे। उम्मीद थी कि नोटबंदी से इस ब्लैकमनी के बड़े हिस्से का सरकार पता लगा लेगी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और बाकी एजेंसियों की अब तक 678 छापे डाले हैं। इनके आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी के बाद 3600 करोड़ रुपए ब्लैकमनी जब्त की गई है। अगर इकोनॉमी में 3 लाख करोड़ रुपए की ब्लैकमनी है तो सरकार की यह जब्ती उसका महज महज एक फीसदी से ज्यादा है।

8 नवंबर को 500-1000 के नोट बंद होने पर 86% करंसी बाहर हो गई। शुरुआती दिनों में इकोनॉमी सिर्फ 14% करंसी पर चल रही थी। सरकार का कहना है कि डिमोनेटाइज करंसी की आधे से ज्यादा नई करंसी अब तक प्रिंट हो गई है। आरटीआई के एक जवाब के मुताबिक, 7 लाख करोड़ रुपए की नई करंसी प्रिंट गई है। लेकिन 19 दिसंबर तक 4.09 लाख करोड़ रुपए के नए नोट बैंकों को दिए गए थे। नोटबंदी के बाद 10 नवंबर से 2000 और 500 के नए नोट मिलने शुरू हुए। इनकी तादाद ज्यादा हो गई। 100 रुपए जैसे छोटे नोटों की किल्लत हो गई। वहीं, आरबीआई के मुताबिक दिसंबर के महीने में 100, 50, 20 और 10 रुपए के नए 1.06 लाख करोड़ रुपए के नोट सर्कुलेशन में आए। नोटबंदी के बाद से अब तक 50 दिनों में 64 बार नोटिफिकेशन जारी किए। इसके अलावा कई बार नियम बदले जिनसे परेशानी हुई।

डिजिटल ट्रांजेक्शन पर नजर रखने वाली सरकारी संस्था एनपीसीआई के आंकड़ों को ही मानें तो नवंबर में डिजिटल ट्रांजेक्शन 15% घटा है। हालांकि पेटीएम जैसी कंपनियां 300% इजाफे की बातें कह रही हैं। ब्लैकमनी सामने लाने के लिए सरकार ने खुद बताए रास्ते, सख्ती भी दिखाई।सरकार ने लोकसभा में इनकम टैक्स अमेंडमेंट बिल पास कराया। इसके तहत खुद बेहिसाबी आमदनी बताने पर 50% टैक्स और पकड़े जाने पर 85% रकम जब्त करने का प्रावधान किया गया। 31 मार्च तक के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाका एलान हुआ। इस दौरान आप 50% टैक्स और पेनल्टी के साथ अघोषित आय का खुलासा कर सकेंगे। 25% हिस्सा चार साल ब्लॉक रहेगा। सरकार ने blackmoneyinfo@incometaxgov.in पर लोगों से खुद ब्लैकमनी की जानकारी देने को कहा।ये नोटिस नोटबंदी के बाद बैंक में डिपॉजिट की गई रकम के आधार पर जारी किए गए हैं।

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