नोटबंदी : काले धन के हेरफेर में यह प्रदेश है नंबर 1

Tuesday, Dec 13, 2016 - 11:15 PM (IST)

बेंगलुरु : नोटबंदी के बाद भारत के जिन राज्यों में पुराने नोटों की ब्लैक मनी को नए नोटों में बदलने का गोरखधंधा सबसे ज्यादा फल-फूल रहा है, उनमें कर्नाटक सबसे आगे है। आयकर धोखाधड़ी के मामलों सहित हवाला और काले धन को वैध बनाने के रैकिट में भी कर्नाटक सबसे ऊपर है। आई.टी अधिकारियों ने अब तक करीब 3,000 करोड़ का बेनामी धन बरामद किया है। इनमें से करीब 20 फीसद अकेले कर्नाटक से आया है।

काले धन पर लगाम लगाने का मकसद असफल
आय से अधिक संपत्ति और बेनामी संपत्तियों के जो 48 मामले आयकर विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय को जांच के लिए सौंपे हैं, उनमें से 23 कर्नाटक के हैं। इनमें से भी ज्यादातर केस बेंगलुरु के हैं। कर्नाटक के बाद सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, पंजाब और आंध्र प्रदेश के हैं। रिजर्व बैंक इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है। आरबीआई अधिकारियों का कहना है कि 2,000 के नए नोटों में करीब 2 लाख करोड़ रुपए अबतक काले धन के रूप में जा चुका है। यह रकम वापस आर्थिक चलन में लौटेगी, इसकी उम्मीद कम ही है।

एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह से देखें, तो नोटबंदी के कारण काले धन पर लगाम लगाने का मकसद असफल साबित हो गया है। कर्नाटक में जितने मामले दर्ज हुए हैं, उनमें ज्यादातर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं। इनमें से कई मामले सीबीआई को सौंप दिए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हमने पाया कि काले धन को वैध बनाने के लिए रैकिट में बैंक और पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इसे देखते हुए इन मामलों की विस्तृत जांच किए जाने की जरूरत है।

Advertising