नोटबंदी पर पिछले साल फरवरी से हो रहा था विचार विमर्श: जेतली

Tuesday, Feb 07, 2017 - 06:21 PM (IST)

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेतली ने आज कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार तथा रिजर्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विचार विमर्श की प्रक्रिया पिछले साल फरवरी में ही शुरुहो गई थी। उन्होंने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रिजर्व बंैंक के बोर्ड ने इस संबंध में औपचारिक फैसला किया और इससे सरकार को अवगत कराया तथा सरकार ने अंतिम फैसला किया। 

जेतली ने कहा कि आठ नवंबर की उस बैठक में रिजर्व बैंक बोर्ड के 10 में से आठ सदस्य मौजूद थे जिसमें केंद्रीय बैंक ने नोटबंदी के संबंध में स्वतंत्र अंतिम सिफारिश की। उन्होंने कहा कि पुराने नोटों के स्थान पर नए नोट छापने के बारे में रिजर्व बैंक के बोर्ड ने पिछले साल मई में फैसला किया था। जेतली ने कहा कि सरकार एवं रिजर्व बंैंक के बीच कई बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि मामले की गोपनीयता को देखते हुए इस संबंध में विवरण को सार्वजनिक नहीं किया गया।  

उन्होंने कहा कि इस मामले में विचार करने के लिए रिजर्व बंैंक को औपचारिक प्रस्ताव वित्त मंत्रालय भेजता है और केंद्रीय बैंक स्वतंत्र रूप से इस पर विचार करता है तथा उसके अनुरूप सरकार को अपनी सिफारिशें करता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि रिजर्व बैंक के बोर्ड में अभी 10 सदस्य हैं और कुछ रिक्तियां भी हैं तथा उन्हें भरने के लिए प्रक्रिया चल रही है।
 

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