सिर्फ ब्लू व्हेल ही नहीं, इन घातक वैबसाइट पर भी लगे रोक

Sunday, Aug 20, 2017 - 11:38 AM (IST)

नेशनल डैस्कः खुदकुशी के लिए उकसाने वाली ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज को भारत सरकार प्रतिबंधित कर चुकी है। देश में किसी ऑनलाइन गेम को प्रतिबंधित करने का ऐसा मामला भले ही पहली बार सुनने में आया हो लेकिन इंटरनैट पर ऐसी कई गेम हैं जिन्हें समय-समय पर विभिन्न देशों ने प्रतिबंधित किया है।

एरोसोल चैलेंज
साल 2014 में चर्चा में आई इस गेम में किशोर अपनी त्वचा पर एक खास स्प्रे छिड़क कर खुद को नुक्सान पहुंचा रहे थे। इसमें कुछ बच्चे गम्भीर रूप से जल गए थे।

पास-आऊट चैलेंज
इस गेम में युवा अजीबो-गरीब कारनामों की रिकार्डिंग कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे और वैसा करने की चुनौती अपने मित्रों को दे रहे थे।

रेपले
इसे महिला विरोधी अपराधों को बढ़ावा देने वाली गेम माना गया। रिलीज होते ही इस पर अर्जेंटीना, इंडोनेशिया और न्यूजीलैंड ने रोक लगा दी थी। मैनहंट 2, पोस्टल 2, थ्री सिस्टर स्टोरी, बुलाय और रिजरवॉयर डोग्स जैसी हिंसात्मक गेम पर कई देशों में पाबंदी है।

सुजैन गोंजेल्स का मामला
सुजैन गोंजेल्स (19) अवसादग्रस्त थी। उसने ऑनलाइन मैसेजिंग ग्रुप पर लिखा, ‘‘मैं बेवजह रोती हूं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकती लेकिन मुझे लगता है कि मैं अपने शिकायती स्वभाव से दूसरों को तंग कर रही हूं।’’

नेक्नोमिनेट
यह एक ड्रिंकिंग गेम थी जिससे कई मौतें हुई थीं।

खुदकुशी का उकसावा
2003 में गोंजेल्स खुदकुशी के लिए उकसाने वाली एक वैबसाइट के सम्पर्क में थी। वहां उसे बताया गया कि खुदकुशी आपत्तिजनक चीज नहीं है। उसे खुदकुशी के तरीके बताए गए। कुछ दिनों बाद गोंजेल्स ने एक होटल में जहर खाकर जान दे दी।

-2014 से 2017 के बीच सुसाइड के तरीकों की जानकारी देने वाली वैबसाइट्स, ब्लॉग्स की संख्या बढ़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक।

-3 गुना संख्या बढ़ी सुसाइड के तरीकों की जानकारी देने वाली वैबसाइट्स की।

फायर चैलेंज
इसमें लोग एक ज्वलनशील तरल से खुद को नुक्सान पहुंचा रहे थे।

आत्मघात का मंच
-ऐसी वैबसाइटों के यूजर खुदकुशी को लेकर चर्चा करते हैं।
-खुदकुशी के कदम-दर-कदम विभिन्न तरीके प्रस्तुत करते हैं।
-किसी यूजर की खुदकुशी को समूह की सफलता बताते हैं।
-नकारात्मक माहौल बनाकर खुदकुशी के लिए प्रेरित करते हैं।
-सुसाइड को नागरिक अधिकार समझते हैं।
-ऐसे समूह पहचान जाहिर नहीं करते।

Advertising