परीक्षा शुल्क बढ़ाने पर सीबीएसई ने दी सफाई, कहा-दिल्ली में नहीं, पूरे भारत में बढ़ाई गई फीस

Monday, Aug 12, 2019 - 12:35 AM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा रविवार को परीक्षा फीस शुल्क बढ़ाए जाने के बाद विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके बाद CBSE की ओर से इस पर सफाई आई है। सीबीएसई प्रवक्ता ने बताया, “हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि परीक्षा फीस केवल दिल्ली में ही नहीं पूरे भारत में बढ़ाई गई है। इसमें आगे कहा गया कि पांच साल बाद परीक्षा फीस को बढ़ाया गया है। यह फीस सीबीएसई से संबंधित सभी स्कूलों और विदेशों में भी लागू होगी।

सीबीएसई ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में सभी छात्रों के लिए, फीस 750 रुपए से बढ़ाकर 1500 रुपये की गई है। दृष्टिहीन छात्रों के लिए कोई शुल्क नहीं है। केवल दिल्ली के लिए एक विशेष व्यवस्था के रूप में पहले दिल्ली के एससी / एसटी छात्रों के लिए फीस 350 रुपये हुआ करती थी, जिसमें 50 रुपये एससी/एसटी के छात्र और 300 रुपए दिल्ली सरकार की ओर से दिए जाते थे। इस प्रकार कुल 350 रुपए एससी//एसटी के छात्रों से परीक्षा शुल्क लिया जाता था, जिसे अब बढ़ाकर 1200 रुपए कर दिया गया है, जबकि दिल्ली के सामान्य वर्ग के छात्र पहले शेष भारत की तरह 750 रुपये का भुगतान करते थे, और अब 1500 रुपये का भुगतान करेंगे।

गौरतलब है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अनुसूचित जाति (एसी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा शुल्क में 24 गुना वृद्धि की है। अब इस वर्ग के छात्रों को 50 रुपये के बजाय 1200 रुपये का शुल्क देना होगा। सामान्य वर्ग के छात्रों के शुल्क में भी दो गुनी वृद्धि की गई है और अब उन्हें 750 रुपये के स्थान पर 1500 रुपये देने होंगे। 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों को नवीं कक्षा में और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए 11वीं कक्षा में पंजीकरण करना होता है। सीबीएसई ने पिछले हफ्ते फीस वृद्धि की अधिसूचना जारी की और जिन स्कूलों ने पुरानी व्यवस्था के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है उन्हें छात्रों से फीस का अंतर वसूलने को कहा। 

 

 

Yaspal

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