कोविड-19 रोधी टीकों की खरीद पर कोई स्पष्टता नहीं, जारी किए जाएं उचित दिशा-निर्देश : निजी अस्पताल

Sunday, Jun 13, 2021 - 08:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क- देशभर के विभिन्न निजी अस्पतालों ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित की गई नई नीति के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की खरीद को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है और इसकी वजह से उनके केंद्रों पर टीकाकरण स्थगित करना पड़ा है। इन अस्पतालों ने टीकों की खरीद के लिए एक उचित तंत्र और एकल खिड़की प्रणाली स्थापित किए जाने की मांग की है। अस्पतालों ने यह भी दावा किया कि उन्होंने टीका विनिर्माताओं-सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक तथा राज्य सरकारों से संपर्क किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखे एक पत्र में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा, ‘‘आपके निर्देश के अनुसार, हम देश में किसी भी निजी अस्पताल से अब कोई ऑर्डर/भुगतान स्वीकार नहीं कर रहे। निजी अस्पतालों को भविष्य की आपूर्ति के लिए रोडमैप के संबंध में हमें आपके आगे के निर्देश की प्रतीक्षा है।’’

निजी अस्पतालों के समक्ष आ रहीं समस्याओं का जिक्र करते हुए बत्रा अस्पताल के चिकित्सा निदेशक एस सी एल गुप्ता ने कहा, ‘‘समस्या यह है कि इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि हम टीके किस तरह खरीदेंगे। जब हम राज्य सरकार के अधिकारियों से बात करते हैं तो वे कहते हैं कि 21 जून तक इंतजार करिए क्योंकि नीति अभी स्पष्ट नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने भी हमसे इंतजार करने को कहा है। हमने कंपनियों से भी संपर्क किया है, लेकिन खरीद की प्रक्रिया पर वे भी स्पष्ट नहीं हैं।’’

गुप्ता ने कहा कि इस सबकी वजह से टीकाकरण में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में संभावित तीसरी लहर (महामारी की) की आशंका से हम अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त, पहली खुराक ले चुके अनेक लोग और हमारे अनेक स्वास्थ्यकर्मी भी अपनी दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं।’’

शल्य चिकित्सा विभाग, सरोज अस्पताल के मुख्य कार्यकारी निदेशक एवं प्रमुख पी के भारद्वाज ने भी कहा कि निजी अस्पतालों के लिए टीका खरीद को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया है और न ही यह स्पष्ट किया गया है कि प्रत्येक निजी अस्पताल को कितने टीके मिलेंगे। अधिकतर अस्पतालों में टीकाकरण स्थगित हो गया है, खासकर उन लोगों के लिए दिक्कत हो रही है, जिन्हें दूसरी खुराक लगनी है, लेकिन लग नहीं पा रही है। भारद्वाज दिल्ली वॉलंटरी हॉस्पिटल फोरम के सचिव भी हैं।

rajesh kumar

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