''नीतीश कुमार ने साथ काम करने का दिया था ऑफर, मैंने ठुकराया'', प्रशांत किशोर का दावा

Tuesday, Oct 04, 2022 - 09:55 PM (IST)

नेशनल डेस्कः देश के लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने के बाद अब अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाश में पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने आज कहा कि वह गांव गांव जाकर लोगों को जगा रहे हैं और एक बार जब जनबल खड़ा हो गया तो कोई भी उसके सामने टिक नहीं पाएगा। 

किशोर ने‘जन सुराज'पदयात्रा के तीसरे दिन मंगलवार को लोगों से संवाद के दौरान एक बार फिर कहा ,'2014 में चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर मुझसे कहा कि हमारी मदद कीजिए। 2015 में हम लोगों ने उनको जिताने में कंधा लगाया। अभी 10-15 दिन पहले बुलाकर वह फिर बोले कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है। एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किलो मीटर चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे। एक बार जनबल खड़ा हो गया, कोई टिकने वाला नहीं है लिखकर रख लीजिए।'

चुनावी रणनीतिकार ने जन सुराज पदयात्रा पर हो रहे खर्च को लेकर जनता दल यूनाइटेड जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'अपनी मेहनत और बुद्धि से 10 साल काम किए हैं, दलाली नहीं किए हैं। किसी से आजतक पैसा नहीं लिए हैं, लेकिन अब ले रहे हैं। बिहार में बदलाव के लिए उनसे फीस ले रहे हैं, जिनके लिए अब तक काम किया है, ताकि ये टेंट लगाया जा सके।'       

पदयात्रा के क्रम में किशोर ने थारु समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ जनसुराज की सोच पर चर्चा की। फ़लिहाल किशोर पदयात्रा के क्रम में अपना ज्यादातर समय लोगों से मिलने-जुलने और उनकी समस्याओं को समझने में लगा रहें हैं।

 

Yaspal

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