बिहार चुनाव के बीच एक साथ आए नीतीश, चिराग और तेजस्वी यादव, जानिए क्या है वजह?

Wednesday, Oct 21, 2020 - 12:57 AM (IST)

पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान के ब्रह्मभोज एवं श्रद्धांजलि सभा के दौरान राजनीतिक प्रतिद्वंदता को भुलाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान और राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव मंगलवार को साथ-साथ दिखे। पटना स्थित लोजपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पासवान के श्राद्ध कार्यक्रम में पहुंचे नीतीश का चिराग ने पांव छूकर अभिवादन किया। इस अवसर पर नीतीश ने लड्डू ग्रहण किया और दिवंगत नेता की पत्नी से भी मुलाकात की। चिराग ने पत्रकारों द्वारा नीतीश के पांव छूने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''व्यक्तिगत संबंध हमेशा रहेंगे''।

उल्लेखनीय है कि चिराग ने हाल में नीतीश की पार्टी जदयू से नाता तोड़कर बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले अपने बूते अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारे हैं। बिहार के सभी 38 जिलों में लोजपा संस्थापक के अस्थि कलश को विसर्जित करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को सौंपे जाने के बारे में चिराग ने कहा, ''पिता जी पर जितना अधिकार मेरा है, उतना ही अधिकार उनके तमाम साथियों और पार्टी कार्यकर्ताओं का है, जिन्होंने निरंतर उनके साथ काम और सहयोग किया तथा उन्हें यहां तक लेकर आए। मैं चाहता था कि सबके साथ इस पुण्य को बांटा जाए इसलिए बिहार के सभी 38 जिलों के लिए पापा का अस्थि कलश तैयार किया।

कल (सोमवार) अपने पैतृक गांव शहरबनी में मैं उनका अस्थिकलश विसर्जित करके आया हूं। जितने अधिकार के साथ मैंने उनके अस्थि कलश का विसर्जन किया, मैं चाहता हूं कि उतने ही अधिकार के साथ उनके कार्यकर्ता भी उनके अस्थिकलश का विसर्जन करें। मैं चाहता हूं कि बिहार के सभी जिलों में उनका अस्थिकलश जाए। लोग उनका दर्शन करें। उनसे आशीर्वाद और प्रेरणा लें।'' लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ''पिता जी ने हमेशा पार्टी को परिवार की तरह समझा। जितने भी उनके साथी हैं, उन्हें मेरी तरह ही प्यार और सम्मान दिया, इसलिए उनके लिए जो कर्म मैं कर रह रहा हूं, उसमें भागीदारी लोजपा के तमाम साथियों की हो।''

दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री की आत्मा की शांति के लिए आयोजित इस ब्रह्मभोज एवं श्रद्धांजलि सभा में नीतीश और तेजस्वी के अलावा गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय राज्य इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जन अधिकारी पार्टी के संस्थापक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, जदयू के कार्यकारी अघ्यक्ष अशोक चौधरी, जदयू प्रवक्ता संजय सिंह, राजद नेता श्याम रजक के अलावे सत्तापक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने भाग लिया। इस अवसर दिवंगत नेता के भाई और सांसद पशुपति कुमार पारस, चिराग के चचेरे भाई एवं सांसद प्रिंस राज सहित परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

खगड़िया जिले में रामविलास के पैतृक गांव शहरबनी में सोमवार को उनका श्राद्ध कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें स्थानीय लोगों ने भाग लिया था। रामविलास का आठ अक्टूबर को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 74 वर्ष के थे। वह उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री थे। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ 10 अक्टूबर को पटना में गंगा नदी के तट पर जनार्दन घाट पर किया गया था । रामविलास पासवान का जन्म पांच जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले में एक दलित परिवार में हुआ था।

 

Yaspal

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