नीतीश की दलित विरोधी मानसिकता से एससी एसटी छात्रों का भविष्य अंधकारमय : भाजपा

Thursday, Dec 22, 2016 - 05:14 PM (IST)

पटना : बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दलित विरोधी मानसिकता के कारण ही अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) के लाखों छात्रों को उच्च तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. योगेन्द्र पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री की दलित विरोधी मानसिकता के कारण ही बिहार के लाखों एससी-एसटी छात्रों को उच्च तकनीकी शिक्षा से वंचित होना पड़ा है।

फर्जी संस्थानों के नाम पर करोड़ों रुपए का बंदरबांट हुआ है। वहीं, सतर्कता विभाग की जांच के नाम पर छात्रों के छात्रवृत्ति भुगतान पर रोक लगी हुई है। इसके कारण इन छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हुई है। पासवान ने कहा कि इस मामले में भाजपा ने जो आशंका जताई थी वह सच साबित हुई है।

राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पिछले दिनों एससी-एसटी छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश किया था। अंतत: बिहार सरकार को बाध्य होकर समाज कल्याण विभाग के तत्कालीन सचिव एस. एम. राजू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करानी पड़ी है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक फर्जी तरीके से एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति की निकासी करने वाले आंध्रप्रदेश के एक ही संस्थान पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जबकि ऐसे सैकड़ों फर्जी संस्थान दूसरे राज्यों में भी हैं।

इनके खिलाफ भी मुकदमा दायर किया जाना चाहिए। इसके अलावा सरकार को भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुये छात्रवृत्ति की राशि शीघ्र निर्गत करने का आदेश देना चाहिए ताकि तकनीकी संस्थानों में पढऩे वाले ऐसे छात्र अपनी शिक्षा बेहतर ढंग से पूरी कर सकें।

गौरतलब है कि सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के बिहार कैडर के 1991 बैच के अधिकारी और राज्य पर्षद के अपर सदस्य एस.एम.राजू समेत 15 लोगों के खिलाफ राज्य के बाहर तकनीकी शिक्षा के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रों की दी जानी वाली छात्रवृति के घोटाले को लेकर दो दिन पूर्व प्राथमिकी दर्ज की है। 

Advertising