फिर बिगड़ी नितिन गडकरी की तबीयत, राष्ट्रगान के बीच में ही बैठना पड़ा

Thursday, Aug 01, 2019 - 05:08 PM (IST)

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को गुरुवार को चक्कर महसूस होने पर राष्ट्रगान के बीच में ही बैठना पड़ा। मंत्री के एक सहायक ने यह जानकारी दी। सहायक ने कहा कि डॉक्टरों ने चक्कर की वजह मंत्री द्वारा बुधवार को गले के संक्रमण के लिये ली गई एंटीबायोटिक को बताया। उन्होंने कहा कि पुन्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर सोलापुर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रगान के दौरान गडकरी (62) को चक्कर महसूस हुआ। कार्यक्रम में गडकरी विशिष्ट अतिथि थे। 

 

कार्यक्रम की वीडियो फुटेज के मुताबिक राष्ट्रगान के दौरान गडकरी खड़े थे और इस दौरान वह अपनी बायीं तरफ झुके और फिर उनके पीछे खड़े सुरक्षाकर्मी ने उन्हें सहारा दिया जिसके बाद वह बैठ गए। गडकरी के सहायक ने बताया कि मंत्री को बेचैनी महसूस हुई और बाद में सोलापुर में स्थानीय चिकित्साधिकारी ने उनकी जांच की। सहायक ने कहा, उन्हें एंटीबायोटिक के रियेक्शन की वजह से हरारत और बेचैनी महसूस हो रही थी। जांच के बाद चिकित्सक ने पुष्टि की कि उनका रक्तचाप और रक्त शर्करा स्तर सामान्य है।


उन्होंने कहा, उनके गले में संक्रमण था और उन्होंने बुधवार शाम एंटीबायोटिक की कहीं ज्यादा कड़ी डोज ले ली थी। डॉक्टरों ने हमें बताया कि आज चक्कर उसी की वजह से आ रहे थे। उन्होंने कहा, डॉक्टरों ने हमें उनकी सेहत के लिये परेशान नहीं होने को कहा है। वह अपना दौरा जारी रखेंगे और पुणे में शाम को होने वाले एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। यह पहली बार नहीं है जब भाजपा नेता सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर बेहोश हुए हों। बीते कुछ महीनों में ऐसे कुछ मामले सामने आए जब सार्वजनिक कार्यक्रम में गडकरी संभवत: शर्करा स्तर की कमी के कारण बेहोश हो गए। 

 


इससे पहले भी महाराष्ट्र के अहमदनगर में गडकरी की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। वह एक कार्यक्रम के दौरान बेहोश होकर स्टेज पर गिर गए। इस दौरान महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव ने उन्हे संभाला और आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। गडकरी महाराष्ट्र के अहमदाबाद में महात्मा फूले कृषि विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने आये हुए थे। कार्यक्रम में अन्य अतिथियों के साथ जब वह राष्ट्रगान के लिए खड़े हुए उसी दौरान उन्हें बैचेनी महसूस हुई और संतुलन बिगडने पर मंच पर ही लडखड़़ाकर गिरने लगे वहां मौजूद राज्यपाल विद्यासागर राव ने उन्हें सहारा दिया। 

 

 

 

 

 

Anil dev

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